जन्म दिवस पर डॉ मधुकर को मिला ऋषि याज्ञवल्क्य सम्मान
जन्म दिवस पर डॉ मधुकर को मिला ऋषि याज्ञवल्क्य सम्मानजिला हिंदी साहित्य की ओर से किया गया जन्म दिवस समारोह का आयोजनवरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर . जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन की ओर से सोमवार को मिठनपुरा स्थित सुधांजलि में साहित्यकार महेंद्र मधुकर का जन्म दिवस समारोह मनाया गया. इस मौके पर डॉ मधुकर को संस्स्था की […]
जन्म दिवस पर डॉ मधुकर को मिला ऋषि याज्ञवल्क्य सम्मानजिला हिंदी साहित्य की ओर से किया गया जन्म दिवस समारोह का आयोजनवरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर . जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन की ओर से सोमवार को मिठनपुरा स्थित सुधांजलि में साहित्यकार महेंद्र मधुकर का जन्म दिवस समारोह मनाया गया. इस मौके पर डॉ मधुकर को संस्स्था की ओर से ऋषि याज्ञवल्क्य सम्मान व नवयुवक समिति की ओर से नटवर सम्मान से सम्मानित किया गया. समारोह की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार डॉ शिवदास पांडेय ने कहा कि डॉ मधुकर ने हिंदी व संस्कृत साहित्य में अपनी अमिट छाप छोड़ी है. भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों में परामर्शदात्री समिति का सदस्य रह कर शहर को पहचान दी है. संस्स्था के प्रधानमंत्री गणेश प्रसाद सिंह ने कहा कि डॉ मधुकर बड़े मनीषी हैं.इस मौके पर डाॅ मधुकर ने दामिनी हो या झिलमिल चांदनी हो गीत सुना कर लोगों को मुग्ध कर दिया. डॉ पुष्पा प्रसाद ने सोहर प्रस्तुत किया. कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि डॉ इंदु सिन्हा ने भी डॉ मधुकर के साहित्य पर अपनी बातें रखी. इस मौके पर रमेश कुमार मिश्र प्रेमी, अमरनाथ मेहरोत्रा, कृष्ष्ण मोहन मोहन, डॉ वंदना विजयलक्ष्मी, विमल कुमार लाभ, नागेंद्र नाथ ओझा व रणवीर अभिमन्यु ने भी विचार रखे.