मुजफ्फरपुर : कपड़ा, बालू व मिठाई पर लगे टैक्स के विरोध में मंगलवार शहर सहित उत्तर बिहार के अन्य जिलों में दुकानें बंद रहेंगी. चेंबर ऑफ कॉमर्स ने सोमवार को बैठक कर बंद की तैयारी की. बैठक में अन्य ट्रेड के कारोबारियों से भी आंदोलन में साथ देने की अपील की गयी.
चेंबर के सदस्यों ने सर्वसम्मति से तय किया कि सुबह 11 बजे चेंबर की अोर से मौन जुलूस निकाला जायेगा. यह जुलूस समाहरणालय पहुंच कर टैक्स वापस लेने के लिए मुख्यमंत्री के नाम डीएम को ज्ञापन सौंपेगा. बैठक में पहुंचे चेंबर के सदस्यों के अलावा कपड़े के खुदरा कारोबारियों ने बंद को सफल बनाने का संकल्प लिया. अध्यक्षता करते हुए चेंबर के अध्यक्ष मोतीलाल छापड़िया ने कहा कि अन्य जिलों के चेंबर से बात हुई है. वे सभी भी मंगलवार को एक दिन का बंद कर रहे हैं. अभी एक दिन का बंद किया जा रहा है. सरकारी ने टैक्स वापस नहीं लिया तो अनिश्चितकालीन बंदी पर विचार किया जायेगा. बैठक में महामंत्री अनूप ककरानिया, जयप्रकाश अग्रवाल, रामावतार नाथानी, महेंद्र तुलस्यान, मुकेश रुंगटा, प्रमोद मोदी, दिलीप तुलस्यान, सज्जन शर्मा,
उमेश हिसारिया सहित अन्य सदस्य शामिल थे.
काला बिल्ला लगा कर जताया विरोध
कारोबारियों ने सोमवार को काला बिल्ला लगा कर टैक्स का विरोध जताया. खुदरा सहित होलसेल दुकानदारों ने सुबह में अपनी दुकानें तो खोली, लेकिन सभी काला बिल्ला लगा कर टैक्स का विरोध जता रहे थे. सज्जन शर्मा ने कहा कि कपड़े पर लगाये गये टैक्स सहित, बालू व मिठाई पर जो टैक्स लगाया गया है, उससे आम जनता को काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा. हम सभी एक जुट होकर इसका विरोध कर रहे हैं.
एक अरब का कारोबार होगा प्रभावित
शहर सहित उत्तर बिहार के अन्य जिलों में बंदी होने से करीब एक अरब का कारोबार प्रभावित होगा. सूतापट्टी उत्तर बिहार की सबसे बड़ी कपड़ा मंडी होने के कारण यहां सबसे अधिक कारोबार प्रभावित होगा. सूबे सहित अन्य राज्य के कारोबारियों को कपड़ा नहीं भेजा जा सकेगा.