नहीं निकली धूप, छह डिग्री गिरा पारा
मुजफ्फरपुर : उत्तर बिहार में ठंड में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. पिछले दो दिनों में दिन का तापमान सामान्य से छह डिग्री सेल्सियस नीचे गिरा है. मौसम में यह बदलाव पश्चिमी विक्षोभ के कारण हुआ है. दक्षिणी पूर्वी मध्य प्रदेश के ऊपर चक्रवार का असर है. इसका सीधा असर बिहार के मौसम पर पड़ […]
मुजफ्फरपुर : उत्तर बिहार में ठंड में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. पिछले दो दिनों में दिन का तापमान सामान्य से छह डिग्री सेल्सियस नीचे गिरा है. मौसम में यह बदलाव पश्चिमी विक्षोभ के कारण हुआ है. दक्षिणी पूर्वी मध्य प्रदेश के ऊपर चक्रवार का असर है. इसका सीधा असर बिहार के मौसम पर पड़ रहा है.
यह जलवायु परिवर्तन का असर है. बूंदाबांदी से ठंड व कनकनी में लगातार वृद्धि जारी है. मंगलवार की तुलना में बुधवार को तापमान 0.4 डिग्री सेल्सियस नीचे गिर गया. दिन भर कड़ाके की ठंड रही. बुधवार को दूसरे भी धूप नहीं निकली. अगले कुछ दिनों में तापमान और गिरने की संभावना है. रात का तापमान भी अगले दो-तीन दिनों में गिरेगा. धूप नहीं निकलने और आसमान में बादल लगे होने के कारण तापमान में और गिरावट दर्ज की गयी. बुधवार को दिन का तापमान 18 डिग्री तक पहुंच गया जो मंगलवार को 18.4 डिग्री सेल्सियस था, जबकि न्यूनतम तापमान 10.2 डिग्री दर्ज किया गया.
राजेंद्र कृषि विवि पूसा के ग्रामीण कृषि मौसम परामर्शी सेवा के नोडल पदाधिकारी डॉ ए सत्तार ने बताया कि अगले दो-तीन दिनों तक मौसम में उलटफेर जारी रहेगा. मौसम विभाग को उम्मीद थी कि 20 जनवरी को बारिश होगी, लेकिन एेसा नहीं हुआ. अगले 24 घंटे तक कई स्थानों पर बादल दिख सकते हैं. अधिकतम तापमान 19 से 23 डिग्री व न्यूनतम तापमान 7 से 9 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है. इस दौरान बहुत अधिक कोहरा लगने की संभावना है. कोहरे का असर दोपहर तक रह सकता है. इस अवधि में औसतन 5 से 9 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से पुरबा हवा व उसके बाद मुख्य रूप से पछिया हवा चलने की संभावना है. पिछले दो दिनों की तुलना में तापमान में 6 डिग्री सेल्सियस गिरावट दर्ज की गयी है.
बढ़ेगा तापमान तो होगा फसलों को नुकसान
तापमान बढ़ने के बाद इसमें कमी होने की उम्मीद काफी कम है. तापमान अभी कम रहना बहुत जरूरी है. मौसम विभाग का कहना है कि दो दिनों तक दिन का तापमान 18 डिग्री सेल्सियस का आसपास ही रहेगा. इसके बाद दिन का तापमान सामान्य और सामान्य से ऊपर रह सकता है. जलवायु परिवर्तन के कारण मौसम पर काफी बुरा प्रभाव पड़ सकता है. अभी गेहूं को 16 से 20 डिग्री सेल्सियस तापमान चाहिए. लेकिन आने वाले दिनों में यह तापमान पौधों को मिलने की संभावना नहीं है.