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आधारशिला हाउसिंग के निदेशकों पर दस लाख गबन की चार्जशीट

मुजफ्फरपुर: आधारशिला हाउसिंग बिल्डिकॉन पर कानूनी शिकंजा कस गया है. इसके पांच निदेशकों पर 10 लाख रुपये गबन का आरोप सत्य पाया गया है. इसको लेकर इनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल की जायेगी. सिटी एसपी व नगर डीएसपी ने इनके खिलाफ लगे आरोपों को सत्य पाया है. इन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजने का निर्देश मातहत अधिकारियों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 21, 2016 9:49 AM
मुजफ्फरपुर: आधारशिला हाउसिंग बिल्डिकॉन पर कानूनी शिकंजा कस गया है. इसके पांच निदेशकों पर 10 लाख रुपये गबन का आरोप सत्य पाया गया है. इसको लेकर इनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल की जायेगी. सिटी एसपी व नगर डीएसपी ने इनके खिलाफ लगे आरोपों को सत्य पाया है. इन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजने का निर्देश मातहत अधिकारियों को दिया है.

जानकारी के मुताबिक आधारशिला बिल्डिकॉन का ऑफिस सरैयागंज इलाके में चलता है. कंपनी के पांच निदेशकों ने 26 अप्रैल 2014 को माड़ीपुर के रहनेवाले संतोष कुमार से दस लाख रुपये लिये थे. इन रुपयों को कंपनी को आगे बढ़ाने में खर्च किया जाना था. रुपये गवाह संजय कुमार के सामने कागजी लिखत-पढ़त में लिये गये थे. इसकी एवज में संजय को मुनाफे के साथ 11,23,445 रुपये का चेक दिया गया था. तय समय के बाद संतोष कुमार ने चेक को बैंक में जमा किया, लेकिन चेक बाउंस हो गया. इसके बाद संतोष ने आधारशिला के निदेशकों को कानूनी नोटिस थमा दिया था, जिसमें चेक के बाउंस होने की जानकारी दी गयी, लेकिन कंपनी के निदेशकों की ओर सेकोई भी जवाब संतोष को नहीं दिया गया.
बताते हैं कि कंपनी की ओर से जवाब नहीं मिलने से संतोष को अपना पैसा डूबने का डर लगने लगा. इसके बाद उसने एक अप्रैल 2015 को आधारशिला बिल्डिकॉन के पांच निदेशकों पर काजीमोहम्मदपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की. तत्कालीन थानाध्यक्ष वेदानंद मिश्र ने मामले की जांच की थी. उन्होंने आधारशिला बिल्डिंकान के तीन निदेशकों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था, जिन्हें बाद जमानत मिल गयी थी.
िसटी एसपी ने की थी मामले की जांच
सिटी एसपी व नगर डीएसपी ने नौ मई 2015 को मामले की जांच शुरू की थी. अब दोनों अधिकारियों ने इस पर चार्जशीट दाखिल करने का निर्देश दिया है. जांच के दौरान पूरी घटना को सत्य पाया गया है. इसमें आधारशिला बिल्डिकॉन के निदेशकों को गबन का आरोपित पाया गया है, क्योंकि इन लोगों ने जो चेक दिया था, वो बाउंस हो गया. इसके बाद आरोपितों ने संतोष कुमार का पैसा वापस नहीं लौटाया. अब मामले के पांचों आरोपितों को गिरफ्तार करने का निर्देश हो गया है. मामले की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की जायेगी, जिस पर इन लोगों पर मुकदमा चलेगा.

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