महंगाई के साथ पूरक पोषाहार की लागत बढ़ी

मुजफ्फरपुर: समेकित बाल विकास परियोजना अंतर्गत संचालित आंगनबाड़ी केंद्र की सेविकाओं का अब कोई बहाना नहीं चलेगा. लाभुकों को निर्धारित मात्र में पूरक पोषाहार देना होगा. सरकार ने मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, समस्तीपुर, दरभंगा, सुपौल, वैशाली, पश्चिमी चंपारण समेत 19 जिलों में मिशन मोड प्रोजेक्ट लागू कर आंगनबाड़ी केंद्रों पर दिये जाने वाले पूरक पोषाहार की मूल्यों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:38 PM

मुजफ्फरपुर: समेकित बाल विकास परियोजना अंतर्गत संचालित आंगनबाड़ी केंद्र की सेविकाओं का अब कोई बहाना नहीं चलेगा. लाभुकों को निर्धारित मात्र में पूरक पोषाहार देना होगा. सरकार ने मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, समस्तीपुर, दरभंगा, सुपौल, वैशाली, पश्चिमी चंपारण समेत 19 जिलों में मिशन मोड प्रोजेक्ट लागू कर आंगनबाड़ी केंद्रों पर दिये जाने वाले पूरक पोषाहार की मूल्यों में बढ़ोतरी की है. साथ ही मानकों व मेनू का निर्धारण किया है. महंगाई के साथ सेविकाओं को पूरक पोषाहार की राशि बाजार दर पर उपलब्ध करायी है. अब प्रति केंद्र को 10,975 के बदले 16, 225 रुपये मिलेगा.

समाज कल्याण विभाग के सचिव राजित पुनहानी ने जिला प्रोग्राम पदाधिकारी को पोषाहार राशि के मूल्य में की गयी बढ़ोतरी की प्रति भेज कर जानकारी दी है. इसमें यह भी बताया गया है कि यदि बाजार मूल्य से राशि की बचत होता है, तो जिला स्तरीय मूल्य निर्धारण समिति द्वारा दर घटा कर बचत राशि को सुबह के नास्ते में खर्च किया जा सकता है.

56 लाभुकों को देना है कच्चा अनाज
टेक होम राशन वितरण के दिन कुल 56 लाभुकों को पूरक पोषाहार योजना के तहत कच्चा अनाज का वितरण करना है. इसके तहत 8-8 गर्भवती व शिशुवती महिला को 3 किलो चावल व 1.500 किलो दाल, 12 अति कुपोषित बच्चों को 4 किलो चावल व 2 किलो दाल, 28 कुपोषित बच्चों को 2.500 किलो चावल व 1.250 दाल दिया जायेगा. इसके अलावे स्कूल पूर्व शिक्षा लेने वालों 40 बच्चों को तैयार भोजन देना है.

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