पावर ग्रिड कफेन ने 125 किमी लंबी चार सौ केवीए (चार लाख वोल्ट) का ट्रायल लिया. ग्रिड सूत्रों को अनुसार ट्रायल सफल रहा. यह लाइन कफेन से रूनीसैदपुर होते हुए सुरसंड बॉर्डर से जनकपुर में प्रवेश करता है. देश के दो बड़े पावर प्रोजेक्टर कंपनी ने इस लाइन को दो साल में तैयार किया है. हालांकि अभी इस लाइन से ज्यादा फायदा नेपाल को ही होगा. भारत की बिजली सीधे नेपाल तक पहुंच जायेेगी.
डबल सर्किट वाले इस लाइन का अभी एक ही सर्किट चालू हुआ है. नेपाल में तैयार हो रहे हाइड्रल प्रोजेक्ट के चालू होने के बाद नेपाल से पन बिजली भारत को मिलने लगेगी. फिलहाल नेपाल को भारत से 50 से 80 मेगावाट बिजली सप्लाई होगी. कफेन पावर ग्रिड का भूटान-नेपाल के साथ भारत के सभी पूर्वोत्तर राज्य का जुड़ाव हो गया है. कफेन पावर ग्रिड से बिहार के 18 जिलों को बिजली आपूर्ति पहले से हो रही है. इसकी क्षमता 1130 एमवी पावर की है.