नवरुणा मामला: सीबीआइ स्पेशल कोर्ट ने दिया है पॉलीग्राफी टेस्ट का आदेश, पॉलीग्राफी से सामने आयेगा सच!

मुजफ्फरपुर: चर्चित नवरुणा कांड में तत्कालीन थानाध्यक्ष जितेंद्र कुमार का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने का आदेश न्यायालय द्बारा दिये जाने के बाद मामला चर्चा में आ गया है. कोर्ट के इस आदेश से नवरुणा के परिजन खुश तो हैं, लेकिन इसके अलावा पांच अन्य पुलिस पदाधिकारी की भी पॉलीग्राफी टेस्ट कराने का आग्रह सीबीआइ कोर्ट से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 21, 2016 8:51 AM
मुजफ्फरपुर: चर्चित नवरुणा कांड में तत्कालीन थानाध्यक्ष जितेंद्र कुमार का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने का आदेश न्यायालय द्बारा दिये जाने के बाद मामला चर्चा में आ गया है. कोर्ट के इस आदेश से नवरुणा के परिजन खुश तो हैं, लेकिन इसके अलावा पांच अन्य पुलिस पदाधिकारी की भी पॉलीग्राफी टेस्ट कराने का आग्रह सीबीआइ कोर्ट से करने की बात कह रहे हैं. नवरुणा के परिजनों का कहना है कि जितेंद्र कुमार का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने से बहुत कुछ सामने आ जायेगा. नवरुणा का पिता अतुल्य चक्रवर्ती ने बताया कि वह छह पुलिस पदाधिकारी के पॉलीग्राफ टेस्ट को लेकर सीबीआइ से आग्रह किया था. इसमें सिर्फ जितेंद्र कुमार का ही पॉलीग्राफ टेस्ट का न्यायालय ने आदेश दिया है.
पांच और पुलिस अधिकारी का हो पॉलीग्राफ टेस्ट. नवरुणा के परिजन के अनुसार केस के प्रथम अनुसंधानक अमित कुमार के साथ ही तत्कालीन नगर डीएसपी उपेंद्र प्रसाद, तत्कालीन ग्रामीण डीएसपी अरविंद कुमार गुप्ता, सीआइडी के डीएसपी अशफाक अंसारी, मनियारी थानाध्यक्ष शंभु भगत की भी पॉलीग्राफ टेस्ट होनी चाहिए. अतुल्य चक्रवर्ती ने बताया कि इन सभी की पॉलीग्राफ से भी कई राज सामने आ जायेंगे.
जितेंद्र परिजन को दिग्भ्रमित करते रहे . चक्रवर्ती दंपति ने बताया कि जितेंद्र कुमार बराबर उनके परिवार को दिग्भ्रमित करते रहे हैं. अक्सर उनकी पत्नी से जितेंद्र प्रसाद कहा कहते थे कि आपकी बेटी नवरुणा समझदार है, वह कैसे रह रही होगी, आप समझ सकते हैं. वह किस तरह से बंधी हुई है, अभी उसे एक संयुक्त परिवार में रखा गया है. अतुल्य चक्रवर्ती ने कहा कि जितेंद्र प्रसाद ने उसे एक राजनेता के नाम की चर्चा करते हुए कहा था कि उसके घर से आप संपर्क नहीं रखें. उन्होंने नवरुणा के मामले में कभी लोकेशन गायघाट बताते थे तो कभी कहीं और बताते थे. नवरुणा के माता-पिता का कहना है कि जितेंद्र कुमार ने लगातार उनके परिवार का अधेरे में रखा. वर्ष 2012 के अक्टूबर में एसएसपी राजेश कुमार के बाद जितेंद्र कुमार ने आश्वासन दिया था कि विजयादशमी के दिन नवरुणा घर आ जायेगी. नवरुणा दो सौ प्रतिशत सुरक्षित है. नवरुणा के माता-पिता ने कहा कि इस घटना में पुलिस-भू माफिया का गंठबंधन है.

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