70 हजार उपभोक्ताओं की नहीं हो रही मीटर रीडिंग

मुजफ्फरपुर: बिजली खपत के अनुसार राजस्व वसूली नहीं होने की असलियत सामने आयी है. नार्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी की ओर से उपभोक्ताओं के सौंपे डिटेल से पता चला है कि करीब 70 हजार मीटर की रीडिंग नहीं होती थी. इन मीटरों का रीडिंग जीरो बताया गया है. मतलब 70 हजार लोगों से 40 यूनिट […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 20, 2013 10:02 AM

मुजफ्फरपुर: बिजली खपत के अनुसार राजस्व वसूली नहीं होने की असलियत सामने आयी है. नार्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी की ओर से उपभोक्ताओं के सौंपे डिटेल से पता चला है कि करीब 70 हजार मीटर की रीडिंग नहीं होती थी. इन मीटरों का रीडिंग जीरो बताया गया है.

मतलब 70 हजार लोगों से 40 यूनिट औसत बिल ही वसूल हो रहा था. यह हाल सिर्फ छह डिवीजन सरैया, कल्याणी, एसकेएमसीएच, माड़ीपुर, रामदयालु नगर एवं ढोली का है. सभी क्षेत्र निजी कंपनी एस्सेल के अंतर्गत आते हैं. 40 यूनिट बिल आने वाले मकानों में कई बहु मंजिले मकान भी शामिल है.

इधर नीजी कंपनी ने बिल सुधार अभियान के तहत ऐसे उपभोक्ताओं को नबंवर महीने का बिजली बिल 300 यूनिट भेजने का निर्णय लिया है.

एस्सेल के पीआरओ रोहन दूबे ने बताया कि जीरो रीडिंग वाले मीटर के रीडींग अगले महीने से सुचारु कर दिया जायेगा. फिलहाल इस माह का बिल 300 यूनिट भेजा जायेगा. अगले महीने का बिल को मानक मान कर पिछले माह के बिल का समायोजन(वैसे उपभोक्ता जिनका यूनिट 300 से कम ) होगा.

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