डिस्टेंस को छह माह के लिए ही आबंटित है कॉलेज भवन

जानकारी. निरीक्षण के लिये आयेगी एनसीटीइ की टीम कॉलेज व विवि प्रशासन के बीच विवाद का मामला नरम पड़ने लगा है. उक्त निर्णय को विवि प्रशासन ने बदल लिया है. गुरुवार को कुलसचिव डॉ रत्नेश मिश्रा ने एलएस कॉलेज के प्राचार्य को पत्र भेजा है. मुजफ्फरपुर : एलएस कॉलेज के क्वार्टर को दूरस्थ शिक्षा निदेशालय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 4, 2016 8:17 AM
जानकारी. निरीक्षण के लिये आयेगी एनसीटीइ की टीम
कॉलेज व विवि प्रशासन के बीच विवाद का मामला नरम पड़ने लगा है. उक्त निर्णय को विवि प्रशासन ने बदल लिया है. गुरुवार को कुलसचिव डॉ रत्नेश मिश्रा ने एलएस कॉलेज के प्राचार्य को पत्र भेजा है.
मुजफ्फरपुर : एलएस कॉलेज के क्वार्टर को दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के नाम करने के बाद कॉलेज व विवि प्रशासन के बीच शुरू विवाद का पटाक्षेप होता दिख रहा है. लगातार कॉलेज के छात्र, शिक्षक व कर्मचारियों की ओर से विरोध करने के बाद विवि प्रशासन ने निर्णय बदल लिया है.
गुरुवार को कुलसचिव डॉ रत्नेश मिश्रा ने एलएस कॉलेज के प्राचार्य को एक पत्र भेजा है. इसमें एलएस काॅलेज के जिस क्वार्टर के लिए आंदोलन हो रहा है, उस क्वार्टर को विवि छात्र व दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के हित को ध्यान में रखते हुए अस्थायी तौर पर छह माह के लिए ही आबंटित किया गया है. क्योंकि, दूरस्थ शिक्षा निदेशालय में एमएड की पढ़ाई शुरू होनी है.
इसको लेकर एनसीटीइ की टीम निरीक्षण करेगी. छह माह बाद फिर से क्वार्टर कॉलेज के हवाले कर दिया जायेगा. इसके बाद पूर्व की भांति कॉलेज किसी प्रोफेसर के नाम उसे आवंटित कर सकता है. कुलसचिव ने यह कार्रवाई कुलपति पंडित पलांडे के निर्देश के आलोक में किया है. इधर, शिक्षक संघ के नेताआें का कहना हैं कि वार्ता में छात्रों पर दर्ज एफआइआर को वापस करने पर भी बातचीत हुई थी, लेकिन पत्र में इसका कोई जिक्र नहीं है. इसके अलावा कई ऐसे बिंदु है. जो उलझाने वाला है. जब तक विवि अपने रूख को स्पष्ट नहीं करेगा, तब तक आंदोलन नहीं रूक सकता है.
एलएस कॉलेज की गरिमा, विरासत एवं संस्कृति की रक्षा के लिए विवि हमेशा तत्पर है. हम यह चाहते हैं कि कैंपस में शैक्षणिक व एकेडमिक के साथ अनुशासन का माहौल कायम रहे. इसके लिए कॉलेज के शिक्षक, कर्मचारी व छात्रों से हमारा अपील है कि शांति के साथ वे लोग कैंपस के शैक्षणिक माहौल को बनाने में मदद करें. विवि कभी ऐसा कोई काम नहीं करेगा जिससे शिक्षक, कर्मचारी व छात्र का अहित हो. डॉ सतीश कुमार राय, प्रॉक्टर, बीआरएबीयू

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