मुजफ्फरपुर-पटना : बिहार के मुजफ्फरपुर जिला में जेएनयू मुद्दे पर भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी माले और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकताओं के बीच झड़प को लेकर भाजपा के एक राज्य स्तरीय नेता के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किये जाने के साथ यह मुद्दा आज बिहार विधानसभा में भी गूंजा. इस झड़प में करीब चार लोग घायल हो गये थे. मुजफ्फरपुर जिला के मिठनपुरा थाना अध्यक्ष किरण कुमार ने आज बताया कि इस मामले में भाजपा के प्रदेश सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष चंद्र किशोर पराशर और 200 अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
पुलिस कर रही है मामले की जांच
मुजफ्फरपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आर. के. मिश्र ने बताया कि इस झड़प में शामिल होने की पहचान के लिए वीडियो फुटेज को खंगाला जा रहा है. मुजफ्फरपुर जिले के मिठनपुरा थाना क्षेत्र स्थित एक आडिटोरियम के समीप भाकपा माले की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम का एबीवीपी द्वारा विरोध किए जाने पर दोनों के कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प में चार व्यक्ति घायल हो गये थे. भाकपा माले द्वारा मुजफ्फरपुर नगर निगम के उक्त ऑडिटोरियम बुद्धिजीवियों के साथ एक बैठक करने की अनुमति दिये जाने की मांग की थी जिसका एबीवीपी द्वारा विरोध किये जाने पर निगम ने माले को कार्यक्रम आयोजित किये जाने की अनुमति नहीं प्रदान की गयी.
ऑडिटोरियम में कार्यक्रम की नहीं मिली थी अनुमति
मुजफ्फरपुर नगर निगम के ऑडिटोरियम में कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति नहीं मिलने पर भाकपा माले के कार्यकर्ताओं द्वारा ऑडिटोरियम के बाहर सड़क पर अपनी बैठक बुला ली. जिसके बाद कार्यकर्ताओं के जेएनयू बोल रहा का नारा लगाये जाने पर उनकी एबीवीपी कार्यकर्ताओं के साथ झडप हो गयी थी. इसमें चार व्यक्ति जख्मी हो गये थे. झड़प की सूचना मिलने पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आर के मिश्र और जिलाधिकारी धमेंर्द्र सिंह दल-बल के साथ घटनास्थल पहुंचे और स्थिति को नियंत्रण में किया था. भाकपा माले की इस बैठक में पार्टी की पोलित ब्यूरो सदस्य कविता कृष्णन, जेएनयूएसयू के पूर्व अध्यक्ष आशुतोष कुमार और सुबोध मालाकार तथा जेएनयू के एक प्रोफेसर जो कि जेएनयूएसयू अध्यक्ष कन्हैया कुमार के पीएचडी सुपर वाईजर रहे हैं, भी शामिल थे. भाकपा माले ने भाजपा और एबीवीपी के इशारे में उक्त आडिटोरियम उन्हें आवंटित नहीं किये जाने का आरोप लगाया था.
विधानसभा में उठा मुद्दा
बिहार विधानसभा में आज मुजफ्फरपुर में हुई इस झडप के मामले को शून्यकाल के दौरान उठाते हुए भाकपा माले सदस्य सुदामा प्रसाद ने अपनी नेत्री कविता सहित अन्य पर कार्यक्रम के दौरान हमला करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किये जाने की मांग की. कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान जो कि जेएनएसयू के पूर्व अध्यक्ष थे, ने भी मुजफ्फरपुर की घटना पर अपनी चिंता जताते हुए भगवाधरियों के देश में ‘असहिष्णुता’ को बढावा देने पर सदन में बहस कराये जाने की मांग की.