तीसरे दिन दो छात्र निष्कासित, 680 ने छोड़ी परीक्षा

मुजफ्फरपुर: मैट्रिक परीक्षा के तीसरे दिन प्रशासन की व्यवस्था पूरी तरह से फेल नजर आई. सेंटरों पर व्यवस्था के नाम पर कही टेंट तो कही एक सीट पर तीन छात्र परीक्षा देते नजर आए. कदाचार मुक्त परीक्षा का दावा करने वाले प्रशासन के सारे दावे अब तक खोखले ही नजर आ रहे है. सामाजिक विज्ञान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 15, 2016 8:38 AM
मुजफ्फरपुर: मैट्रिक परीक्षा के तीसरे दिन प्रशासन की व्यवस्था पूरी तरह से फेल नजर आई. सेंटरों पर व्यवस्था के नाम पर कही टेंट तो कही एक सीट पर तीन छात्र परीक्षा देते नजर आए.
कदाचार मुक्त परीक्षा का दावा करने वाले प्रशासन के सारे दावे अब तक खोखले ही नजर आ रहे है. सामाजिक विज्ञान में परीक्षा में प्रशासन ने द्वितीय पॉली में आरडीएस कॉलेज से दो छात्रों को निष्कासित किया. इसके अलावा दोनों पॉलियों से 680 विद्यार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी. प्रथम पॉली में 31278 परीक्षार्थियों में 30993 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी. इसमें 285 विद्यार्थी अनुपस्थित पाए गए. इसी तरह द्वितीय पाॅली में 29413 के सापेक्ष 29015 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी. इसमें 395 विद्यार्थी परीक्षा में अनुपस्थित पाए गए.
एक बेंच पर तीन लोगों ने दी परीक्षा
एक तरफ प्रशासन कदाचार मुक्त परीक्षा करने का दावा कर रहा है तो दूसरी तरफ श्यामनंदन शाह विद्यालय में एक बेंच पर तीन विद्यार्थियों ने बैठकर परीक्षा दी. ऐसे में सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रशासन किस तरह परीक्षा संचालित करा रहा है. जबकि सरकार ने परीक्षा शुरू होने से पहले ही यह दावा किया था कि किसी भी तरह से कही पर नकल नहीं होने दिया जाएगा.
डीएम ने दी थी सख्त हिदायत
डीएम धर्मेंद्र कुमार ने परीक्षा के बाद केंद्रों के निरीक्षण में कड़ी नाराजगी व्यक्त की थी. इस दौरान उन्होंने स्पष्ट आदेश दिया था कि किसी तरह की लापरवाही परीक्षा में बर्दाश्त नहीं की जाएगी. अगर किसी भी सेंटर पर अव्यवस्था पाई गई तो कार्रवाई तय है. लेकिन उनके आदेशाें को शिक्षा विभाग दरकिनार करते हुए अपनी मनमानी से परीक्षा कराने पर उतारू है.

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