जानकारी. सीनेट की बैठक होगी हंगामेदार !

मुजफ्फरपुर: सीनेट की बैठक को लेकर बीआरए बिहार विवि ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है. इसमें बजट और एनुएल रिपोर्ट खास मुद्दा होगा. विवि के लिए बजट एप्रूवल पहली प्राथमिकता होगी. इसके लिए बजट की छपाई का काम भी विवि ने शुरू करवा दिया है. पिछली बार की तुलना में इस बार के बजट […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 16, 2016 7:57 AM
मुजफ्फरपुर: सीनेट की बैठक को लेकर बीआरए बिहार विवि ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है. इसमें बजट और एनुएल रिपोर्ट खास मुद्दा होगा. विवि के लिए बजट एप्रूवल पहली प्राथमिकता होगी. इसके लिए बजट की छपाई का काम भी विवि ने शुरू करवा दिया है. पिछली बार की तुलना में इस बार के बजट में डेढ़ अरब की कमी भी की गई है. बजट में अधिकांश राशि की मांग विवि ने राज्य सरकार और यूजीसी से की है. वहीं दूसरी तरफ सीनेट की बैठक से पहले कई संगठन अपनी मांगों को लेकर हंगामा मचाने के मूड में है.
19 मार्च को होनी वाली सीनेट की बैठक में बजट ही मुख्य मुद्दा है. इस बार के बजट में कई मदों में राशि भी बढ़ाई गई है. इसमें कन्वोकेशन के लिए 15 लाख रुपये निर्धारित किए गए है. फाइनेंस कमेटी ने छह अरब 64 करोड़ का बजट बनाया था, जिसे सिंडिकेट की बैठक में हंगामें के बीच पास भी कर दिया गया है. विवि बजट में सबसे ज्यादा राशि वेतन मद में खर्च करेगा. इसमें करीब 20 करोड़ से अधिक की राशि तय की गई है. साथ ही एक करोड़ रुपये रिसर्च फेलोशिप कर रहे छात्रों के लिए तय किए गए है. इनमें ग्रांट फॉर रिसर्च के लिए 50 लाख, रिसर्च फेलोशिप के नाम पर 50 लाख तय किए गए हैं.
फर्जी डिग्री का भी उठेगा सवाल
विवि में पीएचडी की डिग्री को लेकर काफी विवादित रहा है. सूत्रों की माने तो विवि ने पीएचडी में काफी धांधली की गई है. पीएचडी के मामले में 2009 रेगुलेशन एक्ट के नियमों को ताक पर रखकर जमकर विवि पीएचडी की डिग्री बांटी गयी है. यही वजह है कि मामला राजभवन से लेकर हाईकोर्ट तक चला गया है.
शिक्षक और छात्र प्रतिनिधि बैठक में विवि में चुनाव को लेकर सवाल उठाने की तैयारी में हैं. क्योंकि पटना विवि ने चुनाव के लिए मंजूरी दे दी है. ऐसे में यहां के छात्र नेता चुनाव की अनुमित चाहते हैं. सीनेट की बैठक से शुरू होने से पहले हंगामे के आसार हैं. इसके लिए कई संगठनों ने तैयारी की है. नाम न छपने की शर्त पर एक संगठन के पदाधिकारी ने बताया कि इस बार सीनेट की बैठक से पहले हम लोग अपनी मांगों को रखेंगे, अगर हमारी मांगें नहीं पूरी हाेती है तो बैठक में लोकतांत्रिक तरीके से प्रदर्शन किया जाएगा.
पीएचडी को लेकर विवि काफी विवादों में रहा है. विवि ने 2009 रेगुलेशन एक्ट का पालन नहीं किया है. इसकी वजह से पीएचडी की डिग्री मान्य नहीं हो रही है. उस पर भी विवि ने डिग्री बाट दी है. इसकी वजह से विवि की काफी फजीहत हुई है. साथ ही प्रमोशन को लेकर विवि ने सलेक्शन कमेटी को भी नहीं माना है. इस बार सीनेट की बैठक में ये मुद्दे प्राथमिकता से उठाए जाएंगे.
संजय सिंह, एमएलसी
सीनेट को लेकर विवि पूरी तैयारी कर चुकी है. बजट छपाई का कार्य भी शुरू हो गया है. सीनेट की बैठक में हर मुद्दों पर चर्चा होगी.
डॉ रत्नेश मिश्रा, रजिस्टार

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