पीजी के छात्र पढ़ सकेंगे क्षेत्रीय भाषा में इ-कंटेंट

मुजफ्फरपुुर: देशभर में पीजी की पढ़ाई कर रहे छात्रों को कुछ विषय के पाठ्यक्रम उनकी भाषाओं में पढ़ने को मिल सकता है. पीजी के छात्रों की सुविधा के लिए उनकी क्षेत्रीय भाषा में इ-कंटेंट पर काम करने की योजना है. इस पर काम शुरू कर दिया गया है. पीजी का इ-कंटेंट अंग्रेजी में तैयार किया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 29, 2016 8:14 AM
मुजफ्फरपुुर: देशभर में पीजी की पढ़ाई कर रहे छात्रों को कुछ विषय के पाठ्यक्रम उनकी भाषाओं में पढ़ने को मिल सकता है. पीजी के छात्रों की सुविधा के लिए उनकी क्षेत्रीय भाषा में इ-कंटेंट पर काम करने की योजना है. इस पर काम शुरू कर दिया गया है. पीजी का इ-कंटेंट अंग्रेजी में तैयार किया जा रहा है.
अन्य भाषा बज्जिका, मैथिली, गुजराती, मराठी, पंजाबी समेत अन्य पर जल्द ही काम शुरू किया जायेगा. गौरतलब हो कि दिल्ली यूनिवर्सिटी के खालसा कॉलेज में सेंटर फॉर इ-लर्निंग में इ-पीजी पाठशाला प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है. इसके तहत पीजी स्तर के छह विषयों केमिस्ट्री, अर्थशास्त्र, काॅमर्स, साइकाेलॉजी, फारेंसिक साइंस, बिजनेस इकोनामिक्स, का इ-कंटेंट तैयार हो रहा है. मानव संसाधन विकास मंत्रालय व यूजीसी के इ-पीजी पाठशाला के प्रोजेक्ट के अंतर्गत पीजी स्तर (एमए व एमएससी) के 67 विषयों का इ-कंटेंट तैयार होना है. विशेषज्ञों की मानें तो तकनीकी मॉडल इस तरह का है कि कंटेंट का अन्य भाषाओं में सरलता से अनुवाद किया जा सकता है.
अंगरेजी के लिए मिल चुका है फंड
मानव संसाधन विकास मंत्रालय व यूजीसी की ओर से अंग्रेजी के इ-कंटेंट के लिए फंड मिल चुका है. इसलिए इस पर काम भी शुरू किया जा चुका है. अन्य भाषाओं के लिए जैसे की यूजीसी की तरफ से फंड मिलता है तो इस पर भी जल्द ही काम शुरू कर दिया जायेगा.
दूर होगी हिंदी व अंगरेजी न समझने वालों की परेशानी
जिन छात्रों को हिंदी व अंग्रेजी समझने में परेशानी होती है, उनकी सुविधा को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है. अपनी भाषा में पीजी की पढ़ाई आसानी से समझ सकेंगे. ऐसा भी नहीं है कि सिर्फ थ्योरी ही क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध करायी जा सकती है. बल्कि सेंटर फॉर इ-लर्निंग सेंटर के पास इस तरह की व्यवस्था है कि वह एनिमेशन, प्रोजेक्ट प्रयोगों को भी छात्र अपनी भाषा में समझ सकते हैं.

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