विविकर्मी के पोते को किया अगवा!

मुजफ्फरपुर :काजीमुहम्मदपुर के दामुचक से छात्र को अपहर्ताओं ने उसके घर के समीप से उठा लिया. मारुति लाल रंग का था. बच्चे ने हिम्मत दिखायी. अपहर्ताओं के चंगुल में फंसे बच्चे ने उसके हाथ में दांत कांट गाड़ी से उतरकर भागा. तब बच्चे की जान बची. अगवा बच्चा कलमबाग चौक स्थित विवेकानंद कोचिंग में कक्षा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 3, 2016 9:05 AM
मुजफ्फरपुर :काजीमुहम्मदपुर के दामुचक से छात्र को अपहर्ताओं ने उसके घर के समीप से उठा लिया. मारुति लाल रंग का था. बच्चे ने हिम्मत दिखायी. अपहर्ताओं के चंगुल में फंसे बच्चे ने उसके हाथ में दांत कांट गाड़ी से उतरकर भागा. तब बच्चे की जान बची. अगवा बच्चा कलमबाग चौक स्थित विवेकानंद कोचिंग में कक्षा दो का छात्र है. छात्र के दादा गजेंद्र प्रसाद सिंह ने काजीमुहम्मदपुर थाने में आवेदन दिया है. हालांकि थानाध्यक्ष शरतेंदु शरत को इसकी जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि आवेदन आने पर कार्रवाई की जायेगी.
वैशाली के पटेढी बेलसर थाना क्षेत्र के बेदौलिया गांव निवासी गजेंद्र प्रसाद सिंह विवि में जेनरेटर ऑपरेटर हैं. उनके पुत्र और लड़के पिता दुबई में इलेक्ट्रिशियन का काम करते हैं. श्री सिंह दामुचक स्थित किराये के मकान में रहकर अपने तीनों पाते को पढ़ाते हैं. पुलिस को दिये गये आवेदन के अनुसार, उनका पोता समीप कुमार को उन्होंने घर में नहीं देखा. इसके बाद खोजबीन शुरू कर दी. इस बीच समीर की मां का फोन आया कि कोई बच्चे का अपहरण कर ले जा रहा है.
बच्चा उन लोगों के चंगुल से भाग कर छाता चौक स्थित इंडियन पब्लिक स्कूल के गेट पर खड़ा है. दरबान ने बच्चे के बताये नंबर पर इसकी सूचना दी है. सूचना मिलने पर बड़ा पाेता आदित्य राज स्कूल के गेट पर जाकर समीर को वापस घर लाया. बच्चे ने घरवालों को बताया कि सुबह शौच के लिए जाने के क्रम में बच्चे को घर से चंद कदम दूरी पर से उठा लिया. उसका मुंह हाथ बांध कर तीन लोगों ने गाड़ी में बैठाकर चल दिये.
छाता चौक स्थित एक मंदिर के समीप गाड़ी रुकी. गाड़ी से दो अपहरणकर्ता किसी काम से नीचे उतरे. एक अपहर्ता बच्चे को हाथ पकड़ कर बैठाये रखा. तब तक बच्चे की सांस तेजी से फूलने लगी. दम घुटते देख मुंह से रूमाल हटाने के लिए बच्चे ने दबाव दिया. इस दौरान बच्चे ने अपहर्ता के हाथ में जोर से दांत काट लिया. वे हाथ को जोर से झाड़ने लगे. उसकी घड़ी गिर गई. बच्चा घड़ी लेकर तेजी से भागा. फिर आइपीएस स्कूल पहुंचकर दरबान को सारी बातें बतायी. दरबाने ने बच्चे को उसकी मां से बात करायी.

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