नक्सली इलाके में गूंजेगी रेडियाे पर ”मन की बात”
मुजफ्फरपुर: रेडियाे पर प्रसारित होने वाले कार्यक्रमों की गूंज नक्सलियों के गढ़ में गूंजेगी. नक्सलवाद को खत्म करने के लिए एसएसबी ने रेडियाे को अपना मिशन बनाया है. नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में रेडियाे का वितरण किया जा रहा है, जो जागरूकता को लेकर काफी अहम माना जा रहा है. बार्डर सहित नक्सल क्षेत्रों में इस […]
मुजफ्फरपुर: रेडियाे पर प्रसारित होने वाले कार्यक्रमों की गूंज नक्सलियों के गढ़ में गूंजेगी. नक्सलवाद को खत्म करने के लिए एसएसबी ने रेडियाे को अपना मिशन बनाया है.
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में रेडियाे का वितरण किया जा रहा है, जो जागरूकता को लेकर काफी अहम माना जा रहा है. बार्डर सहित नक्सल क्षेत्रों में इस योजना को लेकर सशस्त्र सीमा बल के जवानों की काफी सराहना भी हो रही है.
आकाशवाणी का संदेश हैं अहम
आकाशवाणी के संदेश बेहद अहम है. इसके संदेश को लोगों तक पहुंचाने के लिए रेडियाे एक बेहतर माध्यम है. हालांकि आधुनिकता के दौर ने इसे मात तो दी है, लेकिन आज भी इसकी अहमियत अपने आप में बेहद खास है. इसकी अहमियत को एसएसबी ने समझा.
और इसी रेडियाे के माध्यम से नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में एक मिशन के तौर पर काम किया. एसएसबी अधिकारियों की माने तो नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में रेडियाे बांटने का उद्देश्य सुरक्षा के साथ लोगाें को जागरूक करना है. लोगों को रेडियो देकर देश की सुरक्षा के प्रति जागृत किया जाए. नेपाल सीमा सहित नक्सल प्रभावित क्षेत्रों को इसके लिए चुना गया है. यहां लोगों के बीच रेडियाे बांटे जा रहे है.
लोगों को जवान कर रहे जागरूक
नेपाल सीमा सहित नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तैनात एसएसबी के जवान घूम-घूम कर रेडियाे बांट रहे है. ऐसे परिवार को प्रमुखता में रखा गया है जो कहीं न कहीं नक्सल से प्रभावित हैं. उन परिवार के सदस्यों को रेडियाे देने का काम किया जा रहा है. इसका उद्देश्य उन्हें समाज के मुख्य धारा में जोड़ने व सरकार की योजनाओं को नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचाने का है. साथ ही ऑल इंडिया रेडियाे से कुछ जरूरी सूचनाओं की जानकारी भी रेडिया के जरिए नक्सलियों को दी जाए. संजय कुमार, एसएसबी डीआईजी, मुजफ्फरपुर रेंज