छात्राओं का होगा ‘मन की आवाज’ से इलाज

मुजफ्फरपुर: मानसिक रुप से पीड़ित व अवसाद में रहने वाली छात्राओं का इलाज ‘मन की आवाज’ से किया जाएगा. इसके लिए एमडीडीएम कॉलेज के मनोविज्ञान के शिक्षक व जाने-माने मनोरोग चिकित्सक छात्राओं की मदद करेंगे. कॉलेज ने यह विशेष पहल छात्राओं को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से किया है. इसके लिए छात्राओं निशुल्क रजिस्ट्रेशन कराना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 5, 2016 8:52 AM
मुजफ्फरपुर: मानसिक रुप से पीड़ित व अवसाद में रहने वाली छात्राओं का इलाज ‘मन की आवाज’ से किया जाएगा. इसके लिए एमडीडीएम कॉलेज के मनोविज्ञान के शिक्षक व जाने-माने मनोरोग चिकित्सक छात्राओं की मदद करेंगे. कॉलेज ने यह विशेष पहल छात्राओं को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से किया है. इसके लिए छात्राओं निशुल्क रजिस्ट्रेशन कराना होगा. यह बातें एमडीडीएम की प्राचार्या डॉ ममता रानी व मनोविज्ञान विभाग के एचओडी आरडी पांडेय व शिक्षिका डॉ शकील अजीम ने संयुक्त रूप से पत्रकार वार्ता के दौरान कही.
तीन प्रतिशत लड़किया हैं अवसाद में
एमडीडीएम कॉलेज के मनोविज्ञान की शिक्षिका डॉ शकील अजीम ने बताया कि कॉलेज के सर्वें में यह बात सामने आई है कि कही न कही से यहां छात्रायें मानसिक रूप से प्रभावित है. इसकी वजह से उनका मन पढ़ाई में नहीं लग रहा है. इसके अलावा उनके सामने कई अन्य समस्यायें भी आ रही है. कॉलेज में ऐसी छात्राओं की संख्या करीब तीन प्रतिशत से अधिक है, जो चिंता का विषय है. इसलिए कॉलेज प्रशासन ने मन की आवाज के जरिये छात्राओं की काउंसलिंग कराने का निर्णय लिया है.
छात्राओं की समस्याओं को सुलझाने के लिए कॉलेज शहर के मनोचिकित्सक डॉ स्मिता तिवारी व डॉ गौरव की मदद लेगा. इनके जरिये छात्राओं की समस्याओं को सुलझाया जाएगा. साथ ही परिवारिक परेशानी सहित अन्य जानकारी उनसे ली जायेंगी. उन्हें यह बताया जाएगा कि किस तरह वह पढ़ाई कर अपने टेंशन को दूर करें. छात्राओं को उनके अधिकारों के बारे में बताया जाएगा. डॉ ममता रानी ने बताया कि इसी माह से इसकी शुरुआत की जाएगी. इसके अलावा अगर जरूरत पड़ी तो छात्राओं के माता-पिता की भी काउंसलिंग करते हुए उन्हें बेटियों के अधिकारों के बारे में बताया जाएगा.

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