मुजफ्फरपुर: नगर निगम बोर्ड की बैठक में सोमवार को पार्षदों ने जम कर हंगामा किया. सफाई के मुद्दे पर पार्षदों व नगर आयुक्त के बीच काफी देर तक नोक-झोंक हुई. आम्रपाली ऑडिटोरियम में बैठक शुरू होने के साथ ही शोर-शराबा शुरू हो गया था. अलग-अलग मुद्दों पर पार्षद नगर आयुक्त व मेयर को घेरने लगे. वेपर लाइट की जांच के मामले में भी खूब बवाल हुआ.
वार्ड-11 के पार्षद शीतल गुप्ता व वार्ड-41 के विजय कुमार झा ने बोर्ड की बैठक में लिए गये निर्णय की कार्यवाही में गड़बड़ी का आरोप लगाया. वेपर जांच कमेटी से नाम हटाये जाने को लेकर दोनों काफी गुस्से में थे. पार्षद पूर्व की बैठक की प्रोसेडिंग सामने रख कर नगर आयुक्त से जवाब मांग रहे थे. नगर आयुक्त को कोई जवाब नहीं सूझ रहा था. सभी पार्षद अपने मुद्दों को रख रहे थे. इसी बीच माइक से बैठक को समाप्त करने की घोषणा की गयी. घोषणा होते ही मेयर वर्षा सिंह बैठक से चली गयीं. इसके बाद पार्षदों का हंगामा और तेज हो गया. आधा घंटा से भी कम चली बैठक में सफाई पर विचार नहीं किया गया.
जांच कमेटी से नाम गायब होने पर भड़के पार्षद : पूर्व में हुई बोर्ड की बैठक में पार्षदों ने शहर में लगायी गयी वेपर लाइट की गुणवत्ता पर सवाल उठाया था. एक स्वर में कहा कि लगाया गया वेपर एकरारनामा के एस्टिमेट के अनुरूप नहीं है. लोकल कंपनी का वेपर लगाया गया है.
इसकी जांच के लिए पार्षदों की एक कमेटी बनायी गयी. पार्षद शीतल गुप्ता व विजय कुमार झा ने बताया, कमेटी में नगर आयुक्त ने खुद उनका नाम शामिल किया था. लेकिन प्रोसिडिंग से उनका नाम गायब है. दोनों पार्षदों ने बताया, यहां धांधली हो रही है. इसे नहीं चलने देंगे. उनका कहना था कि साजिश के तहत कमेटी से नाम हटाया गया है.
नहीं होनी थी बैठक तो बुलाया क्यों : बैठक शुरू होने के साथ ही समाप्ति की घोषणा के बाद कई पार्षद उग्र हो गये. पार्षद राखी देवी, रिजवाना खातून, रंजू सिन्हा सहित कई महिला पार्षदों ने प्रस्तावों पर बिना विचार किये बैठक को समाप्त किये जाने का जम कर विरोध किया. उनका कहना था कि बोर्ड की बैठक में मनमानी हो रही है. अगर किसी मुद्दे पर विचार नहीं होना था, तो बैठक में क्यों बुलाया गया. कई पार्षद बैठक के बहिष्कार की बात कहने लगीं. वहीं कुछ पार्षदों ने चेतावनी भी दी कि आगे से बिना किसी मुद्दे पर विचार किये बैठक समाप्त किया गया तो हमलोग बहिष्कार करेंगे.
मात्र एक मुद्दा वह भी भूल गये जिम्मेवार : नगर निगम बोर्ड की बैठक शुरू होते ही कुछ ही देर में बैठक के समाप्ति की घोषणा कर दी गयी. मेयर की ओर से एक मात्र प्रस्ताव शहर के सफाई के मुद्दे पर विचार किया जाना था. जिसे दर किनार कर दिया गया. शहर के प्रति जिम्मेवार लोग सफाई के मुद्दे को भूल गये.
किसके इशारे पर हुई बैठक समाप्त : बोर्ड की बैठक चंद मिनटों में समाप्त किये जाने के बाद कई सवाल खड़े होने लगे हैं. पार्षदों में यह चर्चा शुरू हो गयी कि जानबूझ कर किसी के इशारे पर बैठक को समाप्त किया गया है. पार्षद केपी पप्पू ने कहा, बिना पार्षदों की समस्या सुने और बगैर प्रस्ताव पर चर्चा किये बैठक को समाप्त करना मनमानी है. यह सारा खेल किसी के इशारे पर चल रहा है. बैठक को समाप्त कर दिये जाने के मामले में एक स्वर में सभी पार्षदों ने विरोध किया. पार्षद केपी पप्पू ने कहा, इस मामले को लेकर वे जनता के साथ आंदोलन करेंगे.
सफाई के मुद्दे पर नगर आयुक्त से उलङो पार्षद : नगर आयुक्त जब बैठक से जाने लगे तो पार्षदों ने उन्हें घेर लिया. वार्ड में सफाई के मुद्दे पर पार्षद विजय कुमार झा नगर आयुक्त सीता चौधरी से उलझ पड़े. पार्षद वार्ड में कर्मचारी दिये जाने की मांग कर रहे थे. नगर आयुक्त के साथ पार्षद राखी देवी, ममता सिंह, रिजवाना खातून, रंजू सिन्हा की काफी देर तक सफाई के मुद्दे पर नोक-झोंक हुई.
दो मामलों पर निर्णय : आधा घंटा से भी कम देर चली नगर निगम बोर्ड की बैठक में आम्रपाली ऑडिटोरियम के सौंदर्यीकरण कराने की स्वीकृति मिल गयी है. वहीं बिल्डिंग बायलॉज के मामले में नगर विकास एवं आवास विभाग को आपत्ति भेजने पर भी विचार किया गया.
बोर्ड की बैठक का हो वीडियो रिकॉर्डिग : एक बार फिर नगर निगम बोर्ड की बैठक का वीडियो रिकॉर्डिग कराने की मांग उठी है. बोर्ड की बैठक में लिये गये निर्णय व कार्रवाई में अंतर हो जाने के मामले में पार्षदों में काफी नाराजगी है. निर्णय के बाद भी वेपर जांच कमेटी से दो पार्षद का नाम हटा दिये जाने को लेकर हुए हंगामा के बाद पार्षद ममता सिंह व पार्षद राखी देवी ने बोर्ड के बैठक की वीडियो रिकॉर्डिग कराने की बात नगर आयुक्त से कही है.