रेलकर्मी वसूल रहे नजराना, लीची की हर पेटी पर वसूल रहे 30 रुपये
मुजफ्फरपुर: मुजफ्फरपुर से दिल्ली, मुंबई, लुधियाना आदि जगहों के लिए लीची की पेटी ट्रेनों के पार्सल वैन में लोड करने से पूर्व व्यापारियों को नजराना देना पड़ रहा है. जैसे-जैसे लीची व्यापारियों की भीड़ पार्सल में लीची की पेटी बुक कराने के लिए बढ़ रही है, नजराना की राशि भी उसी हिसाब से बढ़ रही […]
मुजफ्फरपुर: मुजफ्फरपुर से दिल्ली, मुंबई, लुधियाना आदि जगहों के लिए लीची की पेटी ट्रेनों के पार्सल वैन में लोड करने से पूर्व व्यापारियों को नजराना देना पड़ रहा है. जैसे-जैसे लीची व्यापारियों की भीड़ पार्सल में लीची की पेटी बुक कराने के लिए बढ़ रही है, नजराना की राशि भी उसी हिसाब से बढ़ रही है. दो दिन पहले तक 15-20 रुपये प्रति पेटी लिया जा रहा नजराना अब बढ़कर मंगलवार को 20-30 रुपये हो गया है. बगैर नजराना दिये लीची की एक भी पेटी बुक नहीं की जाती है.
लीची व्यापारी रणधीर कुमार ने बताया कि रेल किराया के साथ पांच रुपये प्रति पेटी की दर से काउंटर पर ही अतिरिक्त राशि ली जा रही है. इसकी कोई रसीद नहीं मिलती है. इसके अलावा 15-20 रुपये वैन में लोड करने के नाम पर लिया जाता है. बुकिंग क्लर्क से शिकायत भी की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.
हालांकि, पार्सल के काउंटर पर तैनात बुकिंग क्लर्क से जब इस संबंध में पूछा गया, तो उसने रेलवे की ओर से जो राशि निर्धारित है, उसे छोड़ एक रुपया भी अधिक लेने की बात से साफ इनकार कर दिया. हालांकि, उसने कहा कि व्यापारी अगर ट्रेन के पार्सल वैन में लीची की पेटी को लोड करने के लिए मजदूर को पैसे देते हैं, तो यह उनका मामला है. इससे पार्सल को कोई लेना-देना नहीं है. पार्सल किसी व्यापारी को राशि देने के लिए नहीं कहता है.