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एमसीए-एमबीए कोर्स पर संकट

राजभवन ने मान्यता देने से किया इनकार मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विवि में चल रहे एमसीए व एमबीए कोर्स पर संकट आ खड़ा हुआ है. दोनों कोर्सों को पिछले 10 सालों से राजभवन से मंजूरी नहीं मिल सकी है. इसके बाद भी विवि दोनों कोर्साें को चला रहा है, जबकि इसके लिए छात्र कई बार […]

राजभवन ने मान्यता देने से किया इनकार
मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विवि में चल रहे एमसीए व एमबीए कोर्स पर संकट आ खड़ा हुआ है. दोनों कोर्सों को पिछले 10 सालों से राजभवन से मंजूरी नहीं मिल सकी है. इसके बाद भी विवि दोनों कोर्साें को चला रहा है, जबकि इसके लिए छात्र कई बार आंदोलन भी कर चुके हैं. ऐसे में विवि की ओर से मिलने वाली इन कोर्साें की डिग्री पर सवाल खड़े हो रहे हैं.
विवि में सत्र 2007-08 से ही एमसीए व एमबीएस काेर्स की शुरुआत हुई. उसके बाद से विवि ने कोर्स की मंजूरी के लिए राजभवन से मान्यता लेने के लिए आवेदन दिया, लेकिन राजभवन ने कोर्स को मान्यता नहीं दिया. मान्यता नहीं मिलने के बाद भी विवि इन कोर्साें को चला रहा है और छात्रों को बकायदा इसकी डिग्री भी दी जा रही है. इसकी वजह से कोर्स पर संकट के बादल मंडराने लगेे हैं.
मान्यता के लिए छात्रों ने किया था आंदोलन
विवि में पिछले दिनों ही छात्रों ने इसके लिए जोर-दार आंदोलन किया था. आंदोलन कर रहे छात्रों की मांग थी कि विवि कोर्स की मान्यता के लिए एआइसीटीइ से मान्यता ले. इस पर विवि की तरफ से यह तर्क दिया गया था कि जल्द ही राजभवन से मंजूरी ली जायेगी. इसके बाद एआइसीटीइ से मान्यता ली जायेगी. लेकिन 12 मई काे राजभवन में हुई बैठक में विवि को गहरा धक्का लगा है. राजभवन ने इस बार भी मान्यता देने से साफ इनकार कर दिया. ऐसे में दोनों कोर्स की डिग्री पर सवाल खड़े हो गये हैं.
एआइसीटीइ से कॉलेजों को मिली है मान्यता, राजभवन से नहीं मिली मंजूरी
जिले के तीन कॉलेजों को इन कोर्साें के लिए मान्यता तो मिली है, लेकिन राजभवन से इन कॉलेजाें को अब तक मंजूरी नहीं मिल सकी है. ऐसे में तीनों कॉलेजों पर भी सवाल है. विवि सूत्रों की मानें तो कॉलेज को किसी तरह एआइसीटीइ से मान्यता तो मिल गयी है, लेकिन राजभवन से मान्यता न मिलने पर स्थिति गंभीर है. कभी भी राजभवन इस पर आपत्ति जता सकता है.

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