पीएमजी सहित चार अधिकारियों पर 13 लाख गबन की प्राथमिकी
मुजफ्फरपुर : नगर थाना अंतर्गत नाजिरपुर निवासी अवकाश प्राप्त सहायक डाकपाल महेंद्र नाथ साह ने पोस्टमास्टर जनरल जितेंद्र गुप्ता सहित विभाग के चार अधिकारियों पर 13 लाख रुपये गबन की प्राथमिकी दर्ज करायी है. पुलिस मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है. बताया जाता है कि वर्ष 2001 में अवकाश के बाद व्यवहार न्यायालय […]
मुजफ्फरपुर : नगर थाना अंतर्गत नाजिरपुर निवासी अवकाश प्राप्त सहायक डाकपाल महेंद्र नाथ साह ने पोस्टमास्टर जनरल जितेंद्र गुप्ता सहित विभाग के चार अधिकारियों पर 13 लाख रुपये गबन की प्राथमिकी दर्ज करायी है. पुलिस मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है.
बताया जाता है कि वर्ष 2001 में अवकाश के बाद व्यवहार न्यायालय में अधिवक्ता के तौर पर प्रैक्टिस कर रहे हैं. उन्होंने मोतीझील डाकघर के उपडाकपाल संजय कुमार सिंह के कहने पर आइडीटीसी, एमआइएस एजेंट नवीन कुमार के माध्यम से अपने परिवार के सदस्यों के नाम से एमआइएस योजना के तहत 17 संयुक्त खाता खोला था. उक्त खाते में 2008 से 2010 के बाद भी करीब 15 से 16 लाख रुपये का निवेश किया था.
इलाज के दौरान बाहर जाने पर बंद हुई राशि . महेंद्र नाथ वर्ष 2014 में बीमार पड़ गये थे. जिसे इलाज के लिये चिकित्सकों ने शहर से बाहर जाने की राय दी थी. जाने से पूर्व उपडाकपाल ने उनके परिजनों को प्रतिमाह राशि उपलब्ध कराने की बात कहकर सभी पासबुक जमा करवा लिया. बावजूद राशि उपलब्ध नहीं करायी गयी. स्वस्थ्य होकर लौटने के बाद जब उन्होंने पासबुक की मांग संजय कुमार से की तो वह टाल-मटोल करने लगे. काफी कहने के बाद मात्र सात पासबुक ही लौटाया. उन्होंने शेष पासबुक नहीं लौटाने की शिकायत पीएमजी जितेंद्र गुप्ता, डाक अधीक्षक प्रवीण कुमार से लिखित रूप से की. कार्रवाई नहीं होने पर 28 जनवरी 2016 को सभी खातों से भुगतान संबंधी सूचना भी सूचना अधिकार के तहत मांगी. लेकिन विभाग ने इस संबंध में उन्हें कोई सूचना उपलब्ध नहीं कराया.
उन्होंने न्यायालय में 19 अप्रैल को परिवाद संख्या- 776/ 2016 दर्ज करायी. न्यायालय परिवाद पर सुनवाई के बाद नगर थाना पुलिस को प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया था. नगर थाना प्रभारी उपेंद्र कुमार सिंह परिवाद के आधार पर डाक विभाग के उपरोक्त अधिकारियों पर ठगी का मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है.