सास-ससुर की सेवा की, तो देवर ने पीट कर घर से निकाला
मुजफ्फरपुर: सास-ससुर की प्रताड़ना के मामले अक्सर सामने आते हैं, लेकिन मिठनपुरा थाना क्षेत्र में ऐसा मामला आया है, जिसमें सास-ससुर की सेवा करने पर महिला को घर से निकाल दिया गया है. घर से निकालनेवाला कोई और नहीं पीड़िता का देवर है. इसको लेकर सुधा नाम की महिला ने मिठनपुरा थाने में शिकायत दर्ज […]
मुजफ्फरपुर: सास-ससुर की प्रताड़ना के मामले अक्सर सामने आते हैं, लेकिन मिठनपुरा थाना क्षेत्र में ऐसा मामला आया है, जिसमें सास-ससुर की सेवा करने पर महिला को घर से निकाल दिया गया है. घर से निकालनेवाला कोई और नहीं पीड़िता का देवर है. इसको लेकर सुधा नाम की महिला ने मिठनपुरा थाने में शिकायत दर्ज करायी है, जिस पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. सुधा के साथ शिकायत दर्ज कराने के लिए उसकी सास बदामी देवी भी थाने पहुंची थी.
सुधा देवी की शादी 2007 में विशुनदत्त निवासी पप्पू राम से हुई थी. ससुराल में सुधा को शुरू से ही संघर्ष करना पड़ा. शादी के बाद जब वो ससुराल आयी, तो उसे पप्पू के शराबी होने के बारे में जानकारी मिली. इसका सुधा ने विरोध किया. वो चाहती थी कि उसका पति पप्पू शराब नहीं पिये. इसको लेकर उसके साथ मारपीट की जाने लगी, तब पति के पक्ष में सास बदामी देवी, ससुर सीताराम व देवर आमोद राम उर्फ चुन्नू थे. बात बढ़ी, तो सुधा को पीट कर 2014 में घर से निकाल दिया गया.
ससुराल से निकाले जाने के बाद सुधा अपने मायके वैशाली के खाजेचांद छपरा चली गयी. वहीं, उसने अपने पिता अरविंद राम के सहयोग से पति व ससुराल के अन्य लोगों की शिकायत कोर्ट में की. कोर्ट ने जब सुधा के पति पप्पू राम व ससुराल के अन्य लोगों को नोटिस भेजा, तो पति पप्पू के साथ ससुराल के अन्य लोग कोर्ट में पेश हुए, जहां इन लोगों ने सुधा को साथ रखने का वादा किया और इसी साल 29 फरवरी को उसे अपने साथ ले आये. पति पप्पू ने सुधा से शराब नहीं पीने का वादा किया.
दो साल बाद ससुराल पहुंची सुधा को लगा कि उसका संघर्ष खत्म हो गया. वो अब ससुराल में आराम से रहेगी. शुरू में सब ठीक रहा. पति पप्पू राम कमाने के लिए दिल्ली चला गया, जहां उसने नौकरी शुरू की, तो सुधा ने सास बदामी देवी व ससुर सीताराम की सेवा शुरू कर दी. वो उनके लिए खाना आदि बनाती और बूढ़े सास-ससुर की सेवा करती.
सुधा की सेवा से प्रभावित होकर ससुर ने उसके कमरे की मरम्मत शुरू करवा दी. बताते हैं कि यही बात देवर आमोद को ठीक नहीं लगी. उसे लगा कि उसके माता-पिता भाभी सुधा देवी को ज्यादा मान दे रहे हैं. इसी को लेकर आमोद उससे नाराज रहने लगा. बीते शनिवार को आमोद ने सुधा की पिटाई कर दी. सुधा के सास-ससुर ने जब विरोध किया, तो आमोद ने उनके साथ भी दुर्व्यवहार किया. इसके बाद सुधा को घर से निकाल दिया.
रविवार को सुधा अपनी सास बदामी देवी के साथ मिठनपुरा थाने पहुंची, जहां उसने अपने देवर आमोद की करतूत के बारे में पुलिस अधिकारियों को जानकारी दी. इस संबंध में उसने लिखित शिकायत भी पुलिस में की है. इसी के आधार पर दारोगा अजय कुमार सुधा व बदामी देवी के साथ उसके घर पहुंचे. उन्होंने दोनों को घर पहुंचाया और मामले की छानबीन शुरू की. पुलिस अधिकारियों ने कहा कि जांच में आमोद दोषी पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.