एस्सेल के पीआरओ राजेश चौधरी ने बताया कि मिस्कॉट व उसके आसपास के कुछ ऐसे उपद्रवी तत्व थे. जो फीडर के अंदर घूस कर्मचारी का मोबाइल छीनने के साथ मारपीट की गयी. सरकारी काम में बाधा पहुंचाया गया.
जो कानूनी रूप से उचित नहीं है. इसमें शामिल लोगों की शिनाख्त कर एस्सेल बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है. पीआरओ ने कहा कि एस्सेल के लिए सभी उपभोक्ता बराबर है. समान दृष्टिकोण से हर फीडर में बिजली की आपूर्ति की जा रही है. कोई उपभोक्ता अगर यह कहते हुए हंगामा और बिजली आपूर्ति ठप कराता है कि उनके इलाके में कम और दूसरे इलाके में अधिक देर तक बिजली की सप्लाई हो रही है. यह सरासर गलत बात है.