11 हजार रुपये बेची गयी थी लक्ष्मी

मुजफ्फरपुर: आठ साल पहले बहला-फुसला कर भगायी गयी दो सगी बहनों को नगर पुलिस ने मुजफ्फरनगर में छापेमारी कर बरामद कर लिया है. दोनों बच्चियां अपने केदारनाथ रोड स्थित घर से बिस्कुट खरीदने निकली थीं. अब 22 साल की हो चुकी लक्ष्मी को मानव व्यापार की धंधेबाज लालमुनि देवी ने 11 हजार रुपये के लालच […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:39 PM

मुजफ्फरपुर: आठ साल पहले बहला-फुसला कर भगायी गयी दो सगी बहनों को नगर पुलिस ने मुजफ्फरनगर में छापेमारी कर बरामद कर लिया है. दोनों बच्चियां अपने केदारनाथ रोड स्थित घर से बिस्कुट खरीदने निकली थीं. अब 22 साल की हो चुकी लक्ष्मी को मानव व्यापार की धंधेबाज लालमुनि देवी ने 11 हजार रुपये के लालच में बेच दिया था. एक बच्ची की मां लक्ष्मी के साथ उसकी बहन नैना को भी बेचा गया था. नगर पुलिस के दारोगा शशिकांत रविवार की देर रात दोनों को मुजफ्फरनगर से लेकर लौट आये हैं.

सोमवार को पूछताछ के क्रम में खुलासा हुआ है कि 20 दिसंबर 2005 को गायब हुई दोनों बहनों लक्ष्मी उर्फ संतोष व नैना उर्फ पूजा को लालमुनि ने मुजफ्फरनगर के मंसूरपूर थाना क्षेत्र के सुननी तगाम निवासी रतन झिम्मर के हवाले कर दिया था. रतन ने शाहपुर थाना क्षेत्र के गरही दुजर्नपुर निवासी सोमदत्त झिम्मर के हाथों 11 हजार रुपये में दोनों को बेच दिया था. उस समय लक्ष्मी की उम्र 14 साल थी. वही नैना मात्र दो साल की थी. बाद में सोमदत्त ने लक्ष्मी से शादी कर ली. वही उसका नाम संतोष रख दिया.

यह है घटना
20 दिसंबर 2005 को केदारनाथ रोड निवासी राज कुमार झा का पुत्र सूरज व पुत्री लक्ष्मी व नैना घर से निकली थी. बाद में वे तीनों पटना पहुंच गये थे. लाल मुनि देवी ने तीनों को बहला-फुसला कर वहीं रख लिया था. सूरज को पटना स्थित मनेर में एक घर में नौकर के रूप में रखवा दिया था. हर माह लालमुनि पैसे वसूला करती थी. तीनों के एक साथ गायब होने के बाद राजकुमार झा ने नगर थाने में सनहा दर्ज कराया था. समस्तीपुर पुलिस ने आठ अप्रैल को सूरज को बरामद कर लिया था. उसकी बरामदगी के बाद मामले से परदा उठ पाया था.

Next Article

Exit mobile version