मुजफ्फरपुर : मोतिहारी डीएम व डीडीसी के आदेश पर रामगढ़वा की दुष्कर्म पीड़िता की मेडिकल बोर्ड द्वारा की गयी फॉरेंसिक जांच के दौरान प्राइवेट पार्ट में जख्म मिले हैं. हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है. बोर्ड ने सीलबंद जांच रिपोर्ट पुलिस को सौंप दी है. अब वरीय अधिकारी सीलबंद रिपोर्ट न्यायालय को सौंपेंगे. दुष्कर्म पीड़िता को मेडिकल फोरेंसिक जांच के लिए सोमवार को एसकेएमसीएच लाया गया था.
कॉलेज के प्राचार्य के आदेश पर पांच चिकित्सकों के मेडिकल बोर्ड ने पीड़िता की जांच की. बोर्ड का अध्यक्ष एफएमटी विभाग के डॉ विजय प्रसाद को बनाया गया. बोर्ड में गायनिक विभाग से डॉ आभा सिन्हा, पैथोलॉजी विभाग के डॉ मनोज कुमार, अॉर्थोपेडिक्स विभाग के डॉ अरुण कुमार व सोनोलॉजी की डॉ सुप्रिया शामिल थीं. बोर्ड ने लड़की की उम्र व दुष्कर्म के दौरान आये जख्मों की जांच की. बोर्ड के किसी भी डॉक्टर ने जांच के बारे में कुछ भी बताने से इनकार किया.
मेडिकल जांच के मद्देनजर पश्चिमी डीएसपी अजय कुमार के नेतृत्व में एसकेएमसीएच में सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गयी थी. इसमें पुलिस लाइन व बीएमपी-छह की महिला जवानों सहित 20 पुलिसकर्मियों को लगाया गया था.