* जिला उर्वरक निगरानी समिति की बैठक में हुआ फैसला
मुजफ्फरपुर : खाद विक्रेताओं की परेशानी को जिला प्रशासन ने हल करने की पहल शुरू कर दी है. खाद पर माजिर्न मनी को बढ़ाने की प्रक्रिया जल्द ही शुरू होने वाली है. विधायकों ने भी इसकी सहमति दे दी है.
शुक्रवार को जिला उर्वरक निगरानी समिति की बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि इसका प्रस्ताव केंद्र व राज्य सरकार को भेजा जायेगा. उर्वरक केंद्रीय मामला है. विधायकों ने खाद के बोरे में हुक प्रयोग पर कड़ा ऐतराज जताया. विधायकों ने कहा कि इससे यूरिया व अन्य खाद की गुणवत्ता पर बुरा असर पड़ता है.
इस पर जिलाधिकारी ने डीइओ विजय कुमार को अन्य जिलों की स्थिति से तुलनात्मक अध्ययन कर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया. हालांकि विधायकों ने यह भी कहा कि हुक का प्रयोग बंद कराने के लिए प्रशासनिक स्तर से ठोस कार्रवाई की जरूरत है.
जिलाधिकारी से विधायकों ने खाद की वितरण व्यवस्था को दुरूस्त करने की मांग की. खाद रैक प्वाइंट से सीधे डीलर को भेजने की व्यवस्था बंद होनी चाहिए. खाद को रैक प्वाइंट से उतरने के बाद बफर गोदाम में रखा जाना चाहिए. फिर डीलर को भेजा जाना चाहिए. इसकी जांच व सत्यापन भी जरूरी है. इसके बाद रीटेलर को भेजने की व्यवस्था बहाल करनी चाहिए.
मौके पर मीनापुर विधायक दिनेश प्रसाद कुशवाहा, औराई विधायक रामसूरत राय, विधायक सुरेश शर्मा के प्रतिनिधि भोला प्रसाद, विधान पार्षद दिनेश सिंह, कांटी विधायक अजीत कुमार ने अपनी बातें रखीं. इस मौके पर जिला कृषि पदाधिकारी विजय कुमार, सहायक जिला कृषि पदाधिकारी शैलेंद्र कुमार, उर्वरक कंपनी में इंडोगल्फ, कृभको, एनएफएल, श्रीराम फर्टिलाइजर, आइपीएल के प्रतिनिधि मौजूद थे.