डीडीसी का कहा, पूरा नहीं किया जिला परिषद ने
मुजफ्फरपुर: जिला परिषद कार्यालय में खुला आरटीआइ सेल सूचना देने से कतरा रहा है. सेल के अधिकारी पांच जुलाई से लगातार कुछ मोहलत मांग कर मामले को टाल रहे हैं. अब तक छह माह बीस दिन बीत चुके हैं, लेकिन आधा दर्जन बिंदुओं पर मांगी गयी सूचना में, एक भी बिंदु पर सूचना उपलब्ध नहीं […]
मुजफ्फरपुर: जिला परिषद कार्यालय में खुला आरटीआइ सेल सूचना देने से कतरा रहा है. सेल के अधिकारी पांच जुलाई से लगातार कुछ मोहलत मांग कर मामले को टाल रहे हैं. अब तक छह माह बीस दिन बीत चुके हैं, लेकिन आधा दर्जन बिंदुओं पर मांगी गयी सूचना में, एक भी बिंदु पर सूचना उपलब्ध नहीं करायी गयी है.
इस दौरान लगभग दो दर्जन बार जिला परिषद कार्यालय का चक्कर लगाया जा चुका है, लेकिन हर बार आरटीआइ सेल के अधिकारी मुस्करा कर एक सप्ताह बाद आने की बात कहते हैं. अगली बार जाने पर कहा जाता है, सूचना आपको जरूर दी जायेगी, लेकिन फिर कुछ दिन इंतजार कर लीजिये. आपके आवेदन पर ही काम चल रहा है. हम लोग सूचना देने के लिए ही बैठे हैं. हम आपको जानकारी जरूर देंगे, लेकिन जानकारी मिल नहीं रही है.
डीडीसी का वादा अधूरा
डीडीसी विश्वनाथ चौधरी से इस संबंध में 18 अक्तूबर को बात की गयी तो उन्होंने गंभीर मामला बताया और कहा, हम खुद इस मामले को देखेंगे. आपको सूचना जरूर मिलेगी. इस मामले में जो भी दोषी होंगे. उन पर कार्रवाई की जायेगी, लेकिन तीन माह से ज्यादा बीत चुका है, लेकिन अभी तक डीडीसी की ओर से किया वादा भी पूरा नहीं हुआ. इसके बारे में बीच में जब उनसे बात की गयी तो उनका कहना था, आपने ज्यादा बिंदुओं पर सूचना मांग ली है. इतनी सूचना दे पाना संभव नहीं है. किसी खास बिंदु पर जानकारी मागिये. हम आपको सूचना देंगे. इसके बाद भी किसी एक बिंदु पर भी सूचना मुहैय्या नहीं करायी गयी. वहीं, जिला परिषद अध्यक्ष चंदा देवी, शुरू से ही कह रही हैं. मेरे कार्यकाल में कोई काम नहीं हुआ है तो गड़बड़ी होने का सवाल ही नहीं उठता है. पहले हुई होगी तो उससे मेरा कोई लेना-देना नहीं है.
प्रेम ने मांगी थी सूचना
प्रभात खबर के प्रतिनिधि प्रेम कुमार ने पांच जुलाई को आरटीआइ के तहत जिला परिषद से सूचना मांगी थी. उस समय आवेदन ले लिया गया, लेकिन उस पर मुहर तक नहीं लगायी गयी. साथ ही आइडी नंबर भी नहीं दिया गया. कहा गया, आप आइयेगा. सूचना मिल जायेगी. इसके बाद जब भी प्रेम सूचना के लिए गये. पहले मैनेज करने की कोशिश की गयी. पहले मैनेज करने की बात लोक सूचना पदाधिकारी सैय्यद आले हुसैन ने की. उन्होंने अपने मातहत कर्मचारी गणोश ठाकुर से कहा, आपने सर के साथ मैनेज नहीं किया. क्या मामला है? बात कर लीजिये. इस पर गणोश ठाकुर ने कहा, सर मैनेज नहीं करना चाहते हैं. इन्हें जानकारी चाहिए. इस पर आले हुसैन ने प्रेम कुमार को अपने पास बुलाया और बात की. जब उन्हें पूरा माजरा समझ में आया तो हंस कर कहने लगे, आपको सूचना जरूर दूंगा, लेकिन कुछ समय इंतजार करना होगा, क्योंकि सूचना एकत्र करने में समय लगेगा.
इसके बाद से आले हुसैन का ये जुमला लगातार जारी है. वह हर बार करते हैं, आपके आवेदन पर काम हो रहा है. कुछ बाकी रह गया है. जल्दी ही आपको सूचना दी जायेगी, लेकिन अभी तक कोई सूचना मुहैय्या नहीं करायी गयी है.