नवजात कन्या की जिंदगी सुरक्षित करेगा विभाग
मुजफ्फरपुर : स्वास्थ्य विभाग अब कन्या नवजात की जिंदगी सुरक्षित करेगा. प्रसव के दौरान यदि नवजात कन्या बीमार हुई तो उसके इलाज की जवाबदेही विभाग की होगी. अस्पताल प्रभारी आशा के माध्यम से बच्ची को एनयूसीआइ में भरती करायेंगे. यदि वहां चाइल्ड बॉर्न केयर सेंटर नहीं होगा तो दूसरे जिले में बच्ची को ले जाकर […]
मुजफ्फरपुर : स्वास्थ्य विभाग अब कन्या नवजात की जिंदगी सुरक्षित करेगा. प्रसव के दौरान यदि नवजात कन्या बीमार हुई तो उसके इलाज की जवाबदेही विभाग की होगी. अस्पताल प्रभारी आशा के माध्यम से बच्ची को एनयूसीआइ में भरती करायेंगे. यदि वहां चाइल्ड बॉर्न केयर सेंटर नहीं होगा तो दूसरे जिले में बच्ची को ले जाकर भरती कराया जायेगा.
इसके लिए विभाग एंबुलेंस मुहैया करायेगा व बच्ची को भरती कराने के लिए परिजन के साथ आशा जायेगी. भरती के तुरंत बाद इसकी सूचना अस्पताल प्रबंधक को दी जायेगी. सरकार ने यह निर्णय बच्चियों के प्रति समाज में उदासीनता को देखते हुए लिया है. विभाग की सर्वे में यह बात सामने आयी कि सीरियस रूप से बीमार बच्चों की अपेक्षा बच्चियों को लोग चाइल्ड केयर सेंटर में भरती नहीं कराते. सर्वे के बाद विभाग के कार्यकारी निदेशक जितेंद्र श्रीवास्तव ने डीएम व सीएस को पत्र लिख कर नयी व्यवस्स्था को सुचारू रूप से चलाने का निर्देश दिया है.