कार्यालयों में लगेंगे वाटर रिचार्ज सिस्टम पहल. प्रमंडलीय आयुक्त ने दिया आदेश

प्रभात खास प्रमंडलीय आयुक्त अतुल प्रसाद ने प्रमंडल के सभी जिले के सरकारी कार्यालयों में वाटर रिचार्ज के लिए सोख्ता बनाने आदेश दिया है. मुजफ्फरपुर : इस साल फरवरी महीने से जलस्तर के नीचे चले जाने से पानी के लिए मची हाहाकार के मद्देनजर जलसंरक्षण के लिए तिरहुत प्रमंडल में कुछ अलग कार्य योजना तैयार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 2, 2016 5:02 AM

प्रभात खास

प्रमंडलीय आयुक्त अतुल प्रसाद ने प्रमंडल के सभी जिले के सरकारी कार्यालयों में वाटर रिचार्ज के लिए सोख्ता बनाने आदेश दिया है.
मुजफ्फरपुर : इस साल फरवरी महीने से जलस्तर के नीचे चले जाने से पानी के लिए मची हाहाकार के मद्देनजर जलसंरक्षण के लिए तिरहुत प्रमंडल में कुछ अलग कार्य योजना तैयार की है. प्रमंडलीय आयुक्त अतुल प्रसाद ने प्रमंडल के सभी जिले के सरकारी कार्यालय में वाटर रिचार्ज के लिए सोख्ता बनाने आदेश दिया है. सभी जिलाधिकारी को जिला मुख्यालय से लेकर प्रखंड व अंचल कार्यालय में
बारिश के पानी के संरक्षित करने के लिए वाटर रिचार्ज सिस्टम को प्राथमिकता के तौर पर निर्माण कराने का निर्देश दिया गया है. वैशाली जिला वाटर रिचार्ज सिस्टम निर्माण कराने व सबसे अव्वल रहा है. इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सिर्फ एक दिन में वैशाली जिला में सात हजार कार्यालय में सोख्ता बनवाया गया है. 24 घंटे में सात हजार सोख्ता निर्माण कराने के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड के लिए अनुशंसा करने की तैयारी चल रही है.
दूसरे नंबर पर सीतामढ़ी जिला है. सीतामढ़ी में काफी संख्या में वाटर रिचार्ज के लिए सरकारी कार्यालय में सोख्ता का निर्माण कराया गया है. प्रमंडल में पौधरोपण कार्यक्रम भी जोर-शोर से चल रहा है. बीते एक महीने 1.25 लाख पौधा लगाया गया है.
ग्राउंड वाटर मेंटेन रखने की कवायद
तिरहुत प्रमंडल के जिले में सरकारी कार्यालय से चलेगा अभियान
वैशाली में बना सात हजार कार्यालयों में सोख्ता , सीतामढ़ी दूसरे नंबर पर
वैशाली जिला को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड के लिए होगी अनुशंसा
84 हजार वर्ग फुट भवन में 100 करोड़ लीटर पानी बरबाद
प्रमंडल में इस बार वैशाली जिले का ग्राउंड वाटर सबसे नीचे चला गया था. हालांकि मुजफ्फरपुर की स्थिति भी बदतर ही था. इसे देखते हुए आयुक्त ने सरकारी कार्यालय परिसर से बरबाद होने वाली बारिश के पानी का आकलन एक्सपर्ट से करवाने का निर्देश दिया.वैशाली जिला प्रशासन ने सात हजार कार्यालय का आकलन कराया है, जिसमें बताया गया कि सात हजार भवन में हर साल एक सौ करोड़ बारिश का पानी बर्बाद चल जाता है. अगर इस पानी का संरक्षण कर दिया जाये तो एक बड़े क्षेत्र के वाटर टेबल को दुरुस्त रखा जा सकता है.
ग्रांउड वाटर को रिचार्ज करने के लिए सरकारी कार्यालय में सोख्ता तैयार करने का निर्देश दिया गया है. वैशाली जिला ने एक दिन में सात हजार वाटर रिचार्ज के लिए सोख्ता बना कर रिकार्ड कायम किया है. प्रमंडल के अन्य जिले में भी काम चल रहा है. जलसंरक्षण के लिए पौधरोपण भी जिले में कराया जा रहा है.
अतुल प्रसाद, प्रमंडलीय आयुक्त

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