प्रमंडलीय आयुक्त सहित पांच अधिकारियों पर एफआइआर
मुजफ्फरपुर: तिरहुत प्रमंडल के आयुक्त अतुल प्रसाद सहित पांच अधिकारियों पर नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. प्राथमिकी सीजेएम रामचंद्र प्रसाद के कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुई है. अधिवक्ता पंकज कुमार के परिवाद पर सुनवाई के बाद कोर्ट ने यह आदेश दिया था. जिन अन्य अधिकारियों पर प्राथमिकी हुई है, उनमें सरैया […]
मुजफ्फरपुर: तिरहुत प्रमंडल के आयुक्त अतुल प्रसाद सहित पांच अधिकारियों पर नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. प्राथमिकी सीजेएम रामचंद्र प्रसाद के कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुई है. अधिवक्ता पंकज कुमार के परिवाद पर सुनवाई के बाद कोर्ट ने यह आदेश दिया था. जिन अन्य अधिकारियों पर प्राथमिकी हुई है, उनमें सरैया बीडीओ मो आसिफ, बीइओ विजय कुमार झा, शिक्षा विभाग की जिला कार्यक्रम पदाधिकारी नीता कुमारी पांडेय व तत्कालीन डीपीओ अवनींद्र कुमार सिन्हा शामिल हैं. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.
क्या है मामला
अधिवक्ता पंकज कुमार सिंह ने 11 जुलाई को सरैया प्रखंड में शिक्षक नियोजन में गड़बड़ी को लेकर सीजेएम के कोर्ट में परिवाद दर्ज कराया था. पंकज ने कहा था कि कई पंचायतों में गड़बड़ी की गयी है. उन्होंने इन अधिकारियों पर गलत तरीके से नियुक्त शिक्षकों के वेतन व मानदेय पर एक करोड़ से अधिक की राशि के गबन का आरोप लगाया था. उनके आवेदन पर डीएम ने जांच के आदेश दिये थे. जांच के बाद तत्कालीन डीइओ गणेशदत्त झा ने कार्रवाई का आदेश सरैया बीडीओ मो आशिफ व बीइओ विजय कुमार झा को दिया था. दोनों ने आदेश का अनुपालन नहीं किया. इसके बाद मामले की जानकारी जिला कार्यक्रम पदाधिकारी नीता कुमारी पांडेय को दी गयी. इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई.
आयुक्त पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप
इससे पहले पंकज कुमार 27 मई को मामले की शिकायत करने आयुक्त अतुल प्रसाद के कार्यालय गये. शिकायत पर आयुक्त बौखला गये और अभद्र व्यवहार करते हुए जहर खाकर आत्महत्या कर लेने को कहा. आत्म ग्लानि में उन्होंने सल्फास खाकर आत्महत्या की ठान ली. जेब से सल्फास की गोली निकाल कर निगलने जा रहा था कि भटौलिया के महेंद्र पासवान व महंत मनियारी के दिलीप कुमार ने हाथ से गोली छीन ली.
अवर निरीक्षक करेंगे जांच
अधिवक्ता पंकज कुमार की ओर से दर्ज परिवाद की सुनवाई के बाद कोर्ट ने उक्त अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश नगर थानाध्यक्ष शरदेंदु शरत को दिया था. कोर्ट के आदेश पर नगर थानाध्यक्ष ने प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच का जिम्मा अवर निरीक्षक जनार्दन प्रसाद सिंह को सौंपा है.