मुजफ्फरपुर: सरस्वती पूजा के नाम पर विवि छात्रों की ओर से जबरन वूसले जा रहे चंदे का मामला अब कैंपस से निकल कर सड़कों तक पहुंच गया है. विवि के पास कमलबाग चौक की एक दुकान में छात्रों ने इसलिए तोड़फोड़ कर दी, क्योंकि उन्हें दुकान के स्टॉफ ने कहा था, मालिक के आने पर चंदा दिया जायेगा.
तोड़फोड़ के साथ छात्रों ने स्टॉफ को जम कर पीटा भी. साथ ही पचपन सौ रुपये व कीमती सामाने लेकर फरार हो गये. इससे आक्रोशित दुकानदारों ने सड़क पर टायर जला कर डेढ़ घंटे तक सड़क जाम कर दिया.
रात 8.30 बजे दोषी छात्रों पर कार्रवाई करने के आश्वासन के बाद जाम हटाने को राजी हुये. वही, मंगलवार की सुबह 10 बजे तक आरोपित की गिरफ्तारी नहीं होने पर फिर से सड़क पर उतरने की चेतावनी दी है. जानकारी के अनुसार, राजीव कुमार शाही की कलमबाग चौक पर जय माता दी सजिर्कल सेंटर नाम से दुकान है. शाम छह बजे के आसपास उनके दुकान पर स्टाफ नीरज मौजूद था. उसने बताया, 20 से 25 की संख्या में पीजी थ्री के छात्र आर्यभट्ट पूजा समिति का रसीद लेकर चंदा मांगने पहुंच गये. 201 रुपये का रसीद देकर पैसे की मांग करने लगे. नीरज ने उन्हें बताया, मालिक के आने के बाद ही चंदा दिया जायेगा. इस पर छात्र भड़क गये. नीरज के साथ गाली-गलौज करने लगे. विरोध करने पर उसके साथ मारपीट की गयी. यहीं नहीं, दुकान के गल्ले से 55 सौ रुपये नगद व लाखों रुपये का सामान लेकर फरार हो गये.
दुकान में तोड़फोड़ व मारपीट की सूचना के बाद आसपास के कई दुकानदार मौके पर जुट गये. विवि छात्रों की गुंडागर्दी के विरोध में लोगों ने सड़क पर टायर जला कर जाम कर दिया. जाम लगते ही दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गयी. आक्रोशित दुकानदार छात्रों पर कार्रवाई की मांग करने को लेकर अड़े थे. जाम की जानकारी मिलने पर काजीमोहम्मदपुर थानाध्यक्ष केके कुरैशी, ब्रrापुरा थानाध्यक्ष सुनील कुमार, विकास कुमार सिंह सहित अन्य थानों की पुलिस पहुंच गयी.
दुकानदार पुलिस के समझाने के बाद भी मानने को तैयार नहीं थे. दुकानदार का कहना था, कैंपस में चंदा मांगते-मांगते वे सड़क पर रंगदारी करने को उतर आये है. विवि प्रशासन से लेकर पुलिस भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है. पुलिस ने मंगलवार तक आरोपित छात्र के गिरफ्तारी का आश्वासन दिया है. उनके आश्वासन के बाद दुकानदार जाम हटाने को राजी हुए.