एडमिशन पर रोक का विरोध, सीसीडीसी से मिले
मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि में एनएसयूआइ के प्रदेश उपाध्यक्ष आसिफ इकबाल के नेतृत्व में गुरुवार को एमबीए के छात्रों ने सीसीडीसी और रजिस्ट्रार से मुलाकात कर द्वितीय सेमेस्टर के क्लास चलाने की मांग की. आरोप है कि एक अधिकारी तीन या तीन से अधिक पदों पर आसीन हैं. इसकी वजह से छात्रों को कठिनाइयों का […]
मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि में एनएसयूआइ के प्रदेश उपाध्यक्ष आसिफ इकबाल के नेतृत्व में गुरुवार को एमबीए के छात्रों ने सीसीडीसी और रजिस्ट्रार से मुलाकात कर द्वितीय सेमेस्टर के क्लास चलाने की मांग की. आरोप है कि एक अधिकारी तीन या तीन से अधिक पदों पर आसीन हैं. इसकी वजह से छात्रों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.
उन्होंने कहा कि विवि अब तक एआइसीटीइ से मान्यता नहीं ले सका है. इसकी वजह से राजभवन ने कोर्स चलाने की मंजूरी भी नहीं दी है. साथ ही नये सत्र से एडमिशन पर रोक भी लगा दी है.
ऐसे में जिन छात्रों का एडमिशन हुआ है. उनके भविष्य को लेकर विवि क्या फैसला लेगा. यह अब तक स्पष्ट नहीं हो सका है. विवि क्लास न चलाकर निजी शिक्षकों का पैसा बचा रहा है. रजिस्ट्रार डॉ रत्नेश मिश्रा ने आश्वासन दिया कि शीघ्र ही एमबीए के छात्रों के हित में विवि फैसला लेगा.
कहा कि अगर इन समस्याओं का समाधान जल्द ही नहीं हुआ, तो एनएसयूआइ आंदोलन करेगी. रजिस्ट्रार डॉ रत्नेश मिश्रा ने आश्वासन दिया कि शीघ्र ही एमबीए के छात्रों के हित में विवि फैसला लेगा. छात्र परवेज, कुंदन, मनीष कुमार, श्वेता कुमारी, अाफताब आलम, निक्की कुमारी, रवि रंजन, निकिता कुमारी, निरंजन कुमार, मधुरेेंद्र कुमार, परवेज खान आदि ने बताया कि हम लोग 2014-16 सत्र के छात्र हैं. अब तक सभी सेमेस्टर की परीक्षा हो जानी चाहिए थी, लेकिन सत्र अभी छह माह लेट चल रहा है. इस पर भी विवि का ध्यान नहीं जा रहा है. जबकि फीस भी पूरा जमा कर चुके हैं. इसके बाद भी विवि खामोश है.