बच्चों से मेलजोल कर सीआरपीएफ कैंप में आते थे नक्सली
मुजफ्फरपुर: नक्सलियों ने झपहां स्थित सीआरपीएफ कैंप व सीतामढ़ी के रून्नीसैदपुर स्थित बलुआ एसएसबी कैंप को निशाने पर ले रखा है. कभी भी कैंप पर हमला बोल सकते हैं. झपहां सीआरपीएफ कैंप की रेकी में नक्सली जुटे हैं. कैंप पर हमले को लेकर लगातार रेकी की जा रही है. पिछले साल भी सीआरपीएफ कैंप की […]
मुजफ्फरपुर: नक्सलियों ने झपहां स्थित सीआरपीएफ कैंप व सीतामढ़ी के रून्नीसैदपुर स्थित बलुआ एसएसबी कैंप को निशाने पर ले रखा है. कभी भी कैंप पर हमला बोल सकते हैं. झपहां सीआरपीएफ कैंप की रेकी में नक्सली जुटे हैं. कैंप पर हमले को लेकर लगातार रेकी की जा रही है.
पिछले साल भी सीआरपीएफ कैंप की रेकी की गयी थी. नक्सलियों ने इस बार नया रास्ता अपनाया है. कैंपस में जवानों के करीब दो हजार परिवार रहते हैं. इनके बच्चे यहां पढ़ते हैं, जबकि जवान उत्तराखंड, झारखंड, जम्मू-कश्मीर आदि जगहों पर तैनात हैं. इन परिवारों के बच्चों से दोस्ती कर नक्सली कैंप के अंदर आते-जाते थे और आसानी से कैंप की एक-एक चीज की रेकी करते थे. खुफिया एजेंसियों ने विभाग को इससे अवगत कराया, जिसके बाद चौकसी बढ़ायी गयी है. इसके बाद जवानों के परिवारों के यहां आनेवाले हर लोगों की जांच-पड़ताल के बाद ही कैंपस में जाने दिया जा रहा है. सुरक्षा व्यवस्था काफी चुस्त-दुरुस्त कर दी गयी है.
एसएसबी कैंप के आसपास आइडी बिछाने की सूचना
बलुआ स्थित एसएसबी कैंप के आस-पास के इलाकों में नक्सली गतिविधि बढ़ गयी है. कैंप पर हमले की तैयारी को लेकर नक्सली रेकी में जुटे हुए हैं. खुफिया सूत्रों की मानें तो आस-पास आइडी भी बिछायी जा रही है, ताकि जवानों को आने-जाने के रास्ते में विस्फोट कर उन्हें उड़ाया जा सके. इसकी सूचना पर एसएसबी कैंप की चौकसी बढ़ा दी गयी है. वहां जवानों की संख्या और भी बढ़ा दी गयी है.
छात्रों से दोस्ती कर की रेकी
पिछले साल भी नक्सलियों ने झपहां स्थित सीआरपीएफ कैंप की रेकी की थी. उस समय वहां विभागीय अस्पताल का भवन बन रहा था. उसमें बाहर के ठेकेदार व मजदूर काम कर रहे थे, जिसमें मजदूरों के रूप में कुछ नक्सली भी काम करने लगे. उनसे मिलने के नाम पर कुछ नक्सली साइकिल से आते थे और पूरे कैंपस की रेकी करते थे. इसके अलावा अंदर दूध देने वाले के साथ भी नक्सली कैंपस में प्रवेश कर रेकी की. जब इसकी सूचना अधिकारियों को मिली, तो वहां सुरक्षा बढ़ा दी गयी थी. इधर, नक्सलियों ने नया तरीका अपनाया और कैंपस के छात्रों से ही दोस्ती कर रेकी करनी शुरू कर दी, जिसमें नक्सलियों के युवा दस्ता के सदस्य शामिल थे. खुफिया सूत्रों की मानें तो इसमें नक्सल प्रभावित छत्तीसगढ़ व झारखंड के नक्सलियों भी रेकी में शामिल थे.
सूचना के बाद गेट का हुआ निर्माण
खुफिया सूत्रों के अनुसार, पिछले साल झपहां कैंप के पास रेलवे लाइन व गेट दोनों ओर से नक्सलियों ने हमले की योजना बनायी थी. इस सूचना के बाद कैंपस में गेट का निर्माण किया गया. बताया तो यह भी जाता है कि इसकी भनक मिलने पर कैंपस के विद्यालय के शिक्षकों ने विभागीय अधिकारियों को अवगत भी कराया था.
कैंप के आस-पास के इलाकों में नक्सली गतिविधि बढ़ने की सूचना है. जवान किसी भी तरह के हमले से मुकाबला को तैयार है. नक्सलियों की योजना को ध्यान में रखते हुए जवानों की संख्या और बढ़ा दी गयी है. पूरी सतर्कता बरती जा रही है.
अमरजीत सिन्हा, कमांडेंट- एसएसबी हेडक्वार्टर मुजफ्फरपुर