नवविवाहिता की हत्या का प्रयास

दहेज प्रताड़ना. तीन जगहों पर अलग-अलग तरीके से ससुरालवाले आये पेश शादी के 14 माह बाद बनायी योजना ससुरालवालेे नकद एक लाख व बाइक की कर रहे थे मांग मुजफ्फरपुर : शादी के बाद नवविवाहिता ससुराल के आंगन में आजीवन हंसी-खुशी अपनी जिंदगी बसर करने का सपना देखनेवाली नवविवाहिताओं पर उस समय वज्रपात होता है […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 22, 2016 2:22 AM

दहेज प्रताड़ना. तीन जगहों पर अलग-अलग तरीके से ससुरालवाले आये पेश

शादी के 14 माह बाद बनायी योजना
ससुरालवालेे नकद एक लाख व बाइक की कर रहे थे मांग
मुजफ्फरपुर : शादी के बाद नवविवाहिता ससुराल के आंगन में आजीवन हंसी-खुशी अपनी जिंदगी बसर करने का सपना देखनेवाली नवविवाहिताओं पर उस समय वज्रपात होता है जब दहेज लोभी पति और ससुरालवाले प्रताड़ित कर उस आंगन से निकाल देते हैं. एक ऐसा ही मामला अहियापुर के रेखा के साथ हुई है. शादी कर अपने पिया के घर पहुंंची रेखा दस दिन भी खुशी से नहीं रह सकी.
दहेज में एक लाख रुपये और बाइक नहीं मिलने पर उसके पति और ससुरालवालों ने शादी के 14 माह बाद ही उसकी हत्या कर शव काे ठिकाने लगाने की साजिश रच दी. यह तो गनीमत थी कि उसे साजिश की जानकारी हो गयी. वह मामले को देखते हुये आनन-फानन में बाबुल के यहां चली आयी. लोगों के लाख समझाने के बाद भी जब उसके ससुरालवालों ने उसे घर में रखने से इनकार कर दिया तो उन्होंने महिला थाने में शिकायत दर्ज करायी है.
पुलिस मामले की जांच कर रही है. बताया जाता है कि रेखा की शादी 12 जून 2015 को औराई के जितेंद्र ठाकुर से हुई थी. ससुराल पहुंचते ही पति सास राजकुमारी देवी व ससुर बैद्यनाथ ठाकुर दहेज लोलुपता को जाहिर कर दिया. रेखा को मायके से एक लाख रुपये और होंडा साइन बाइक मांग कर लाने को कहा गया. इनकार करने पर उसके साथ दुर्व्यवहार करने लगे. इस दौरान रेखा गर्भवती भी हो गयी. पति, सास व ससुर की प्रताड़ना से मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताड़ित रेखा के गर्भ में पल रहे बच्चे की भी मौत हो गयी.
बेटी की स्थिति देख रेखा की माता-पिता सगे-संबंधियों को लेकर चंडिया पहुंचे. वहां पंचायत करायी गयी. रेखा के पिता ने जितेंद्र को होंडा साइन बाइक देने पर हामी भर दी. इसके बाद जितेंद्र रेखा को चंडिया ले आया. लेकिन दहेज के नकद एक लाख रुपये नहीं मिलने से आक्रोशित जितेंद्र व उसके घरवालों ने रेखा के हत्या की ठान ली. 16 अगस्त की रात करीब 10 बजे जितेंद्र, बैद्यनाथ ठाकुर और राजकुमारी देवी अपने दरवाजे पर कुछ अपरिचित लोगों के साथ उसकी हत्या कर लाश को गायब कर देने की योजना बना रहे थे. हत्या की साजिश को रेखा ने सुन लिया. इस बात को सुनने के बाद उसे रात भर नींद नहीं आयी. रात के करीब तीन बजे वह चुपके से घर से निकल गयी. करीब पांच बजे सुबह उसे एक अपरिचित व्यक्ति मिला. उसने उसे अपनी दास्तान सुनाई. उसे व्यक्ति ने रेखा को उसके गांव अहियापुर पहुंचा दिया.
औराई के चंडिया निवासी जितेंद्र के साथ हुई थी अहियापुर की रेखा की शादी

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