इन योजनाओं में 12 ऐसे बिंदु हैं, जिनके जरिये परीक्षा प्रणाली में सुधार होगा. इसमें प्रत्येक जिले में मूल्यांकन के लिए केंद्र बनाया जायेगा. जिससे कि कॉपी जांच के लिए शिक्षकों को विवि की ओर रुख नहीं करना पड़े. इससे विवि का खर्च भी बचेगा. साथ ही जिस दिन कॉपी की चेकिंग होगी उसी दिन टेबुलेशन भी होगा. इसके अलावा पांच प्रति में टीआर बनाया जायेगा. जिसकी एक कॉपी शिक्षक, कॉलेज, विवि, संबंधित विभाग के पास होगी. वन व टू का अंकपत्र मैनुअल तौर पर तैयार किया जायेगा, क्योंकि कंप्यूटर सेक्शन में कर्मचारियों की कमी की वजह से अंकपत्र तैयार करने में विवि को काफी परेशानी होती है. इसकी वजह से विवि को काफी समस्या भी होती है.
मैनुअल अंकपत्र तैयार करने की योजना यह है कि इसमें कोई काट-छांट भी आसानी से किया जा सकेगा. इन बिंदुओं के अलावा कॉपी जांच में गड़बड़ी करने वाले शिक्षकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी की जायेगी, क्योंकि इस साल सबसे अधिक कॉपी जांच में गड़बड़ी मिली है. इसकी वजह से कई कॉलेज के छात्रों का रिजल्ट पेंडिंग रहा है. प्रवोसी डॉ प्रभा किरण ने बताया कि परीक्षा प्रणाली में सुधार को लेकर नया ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया गया है. परीक्षा बोर्ड की बैठक में इसे रखा जायेगा. इसके जरिये परीक्षा प्रणाली में काफी सुधार होगा.