आवंटन फुल तो ट्रिपिंग से परेशान रहे शहरवासी
लगातार तीन दिनों तक बिजली की गंभीर समस्या के कारण जगह-जगह हुई तोड़फोड़ व आगजनी की घटना के बाद सोमवार को शहरवासी को राहत मिली, लेिकन ट्रििपंग की समस्या ने खूब छकाया. रह रह कर िबजली जाती रही. मुजफ्फरपुर : खराब मौसम व तेज हवा के कारण बार-बार बिजली ट्रिपिंग की समस्या से दिन में […]
लगातार तीन दिनों तक बिजली की गंभीर समस्या के कारण जगह-जगह हुई तोड़फोड़ व आगजनी की घटना के बाद सोमवार को शहरवासी को राहत मिली, लेिकन ट्रििपंग की समस्या ने खूब छकाया. रह रह कर िबजली जाती रही.
मुजफ्फरपुर : खराब मौसम व तेज हवा के कारण बार-बार बिजली ट्रिपिंग की समस्या से दिन में ग्रिड से पांच घंटे फीडर को बिजली दी गयी, इस बीच 20-25 बार ट्रिपिंग हुई. भगवानपुर, बेला, चंदवारा, सिकंदरपुर व एमआइटी फीडर में लगातार ट्रिपिंग की समस्या को देख कुछ देर के लिए ग्रिड से आपूर्ति बंद की गयी. हालांकि, लोगों का आक्रोश नहीं बढ़े. इसके कारण आधे घंटे के अंदर में दोबारा सभी पावर सब स्टेशन को चार्ज करते हुए बिजली सप्लाई शुरू कर दी गयी थी.
तय समय से दो दिन पहले चालू हुआ ट्रांसफॉर्मर
मुजफ्फरपुर थर्मल पावर में मेंटेनेंस को लेकर शुक्रवार की शाम चार बजे से बंद 100 एमवीए का पावर ट्रांसफॉर्मर सोमवार की सुबह चालू हो गया. इसके बाद जिले के दोनों ग्रिड को फुल लोड बिजली का आवंटन हुआ. ट्रांसफॉर्मर को तय समय-सीमा से दो दिन पहले चालू किया गया है. इसके पीछे बिजली को लेकर शहरवासी का फूटे आक्रोश बताया जा रहा है. हालांकि, चार-पांच दिनों बाद दोबारा तीन दिनों के लिए फिर बिजली की किल्लत हो सकती है.
बताया जाता है कि थर्मल में 100 एमवीए का तीन पावर ट्रांसफॉर्मर लगा है. इसमें दो ट्रांसफॉर्मर की मेंटेनेंस अभी बाकी है. थर्मल ने 24 अगस्त तक जो समय-सीमा निर्धारित किया था. इसमें दो ट्रांसफॉर्मर का मेंटेनेंस होना था, लेकिन तीन दिनों भीतर जिस तरह से शहर व ग्रामीण इलाके में बिजली के लिए हाहाकार मच गया. लोग सड़क पर उतर गये. इसे देखते हुए सरकार ने थर्मल को दूसरा ट्रांसफॉर्मर की मेंटेनेंस की तिथि आगे बढ़ाने का निर्देश दिया.
इसके बाद थर्मल ने दूसरे ट्रांसफॉर्मर के मेंटेनेंस की तिथि को फिलहाल कुछ दिनों के लिए टाल दिया है. हालांकि, विद्युत विभाग के अधिकारी बताते हैं कि चार दिनों बाद दूसरे ट्रांसफॉर्मर की मेंटेनेंस होगी. इसके बाद लोगों को फिर से तीन दिनों तक बिजली की किल्लत झेलनी पड़ सकती है.
80-100 मेगावाट तक बढ़ी आपूर्ति
थर्मल के पावर ट्रांसफॉर्मर की मेंटेनेंस के कारण शुक्रवार की शाम से सोमवार की अहले सुबह तक जिले के दोनों ग्रिड को 80-100 मेगावाट तक बिजली की कटौती कर आवंटन किया जा रहा था. ट्रांसफॉर्मर को चालू होते ही इसमें अचानक वृद्धि हो गयी. इससे सोमवार को ग्रिड से ही शहरी पावर सब स्टेशन को लगातार बिजली सप्लाई की गयी. हालांकि, खराब मौसम व तेज हवा के कारण बार-बार बिजली ट्रिपिंग की समस्या जारी रही. दिन में अगर ग्रिड से पांच घंटे फीडर को बिजली दी गयी, तो इस बीच 20-25 बार ट्रिपिंग की समस्या हुई.
क्यों होती है ट्रिपिंग …. बॉक्स
शहर में बिजली ट्रिपिंग की सबसे ज्यादा समस्या है. इसका वजह क्षमता से अधिक बिजली की खपत एवं हाइटेंशन तार के लूज रहना बताया जा रहा है. पेड़-पौधा की कटिंग भी नहीं होने से जब हवा चलती है, तब हाइटेंशन तार में पेड़ की डालियां सटती है. इससे ब्रेकर गिरने से बिजली ट्रिप कर जात है. कभी-कभी तो बिजली के ट्रिप करने के साथ फीडर ब्रेक डाउन भी हो जाता है.