फंदे से लटका मिला केबुल ऑपरेटर का शव

मुजफ्फरपुर : ब्रह्मपुरा थाना क्षेत्र के एम दास गली में सोमवार की रात संदिग्ध परिस्थितियों में फंदे से लटकने से केबुल ऑपरेटर रंजीत सहनी की मौत हो गयी. इसका पता मंगलवार की सुबह तब चला, जब उसके बहनोई राजेश सहनी उसे काम पर जाने के लिए जगाने गया. उस समय कमरा अंदर से बंद था. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 24, 2016 7:25 AM
मुजफ्फरपुर : ब्रह्मपुरा थाना क्षेत्र के एम दास गली में सोमवार की रात संदिग्ध परिस्थितियों में फंदे से लटकने से केबुल ऑपरेटर रंजीत सहनी की मौत हो गयी. इसका पता मंगलवार की सुबह तब चला, जब उसके बहनोई राजेश सहनी उसे काम पर जाने के लिए जगाने गया. उस समय कमरा अंदर से बंद था. वह करीब पांच मिनट तक दरवाजा पीटता रहा. जब दरवाजा नहीं खुला तो इसकी सूचना अपनी सास व साले को दी.

परिजनों ने जब कमरे का दरवाजा तोड़ा तो देखा कि रंजीत पंखे की कुंडी से लटका मिला. परिजन ने इसकी सूचना पुलिस को दी. दारोगा राम नारायण सिंह ने पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच कर शव को कब्जे में ले लिया. घटना के समय उसकी पत्नी मायके हाजीपुर थी.


जानकारी अनुसार, ब्रह्मपुरा थाना के एम दास गली निवासी रंजीत सहनी की शादी डेढ़ साल पूर्व हाजीपुर के पहेतिया गांव निवासी छोटी कुमारी से हुई थी. छोटी पांच माह की गर्भवती है. वह रक्षाबंधन के दिन मायके गयी थी. सोमवार की रात फोन पर किसी बात को लेकर उसकी पति से लड़ाई हो गयी. मंगलवार को रंजीत पंखे से लटका मिला.
रंजीत की मां सुशीला देवी ने बताया कि उसकी शादी डेढ़ वर्ष पूर्व हाजीपुर निवासी छोटी से हुई थी. शादी के बाद से वह ठीक से एक दिन भी ससुराल में नहीं रही. बार-बार मायके भाग जाती थी. इससे परेशान होकर पूर्व में भी रंजीत दो बार वह आत्महत्या का प्रयास कर चुका था. सोमवार की रात भी छोटी ने फोन पर रंजीत से गाली-गलौज करते हुए उसे आत्महत्या के लिए उकसाया था.
रंजीत की पत्नी ने थाने में दर्ज कराया बयान : पति की आत्महत्या की सूचना मिलते ही छोटी भागी-भागी एम दास गली स्थित अपने ससुराल पहुंची. वहां रंजीत की मौत से आक्रोशित उसके परिजनों ने उस पर आत्महत्या करने के लिए उकसाने का आरोप लगाकर पिटाई कर दी. वहां मौजूद पुलिस के जवानों ने बीचबचाव कर उसे बचाया. देर शाम उसने थाने में अपना बयान दर्ज कराया.
– दो माह पूर्व छोटी ने थाने में की थी मारपीट की शिकायत
रंजीत सहनी की पत्नी छोटी दो माह पूर्व ब्रह्मपुरा थाने में रंजीत पर मारपीट करने का अाराेप लगाकर आवेदन दिया था. तत्कालीन थानाध्यक्ष मनोज कुमार देव ने दोनों को थाने पर बुलाकर समझा-बुझा कर मामले को शांत करा दिया था. मुहल्ले के लोगों का कहना है कि छोटी रंजीत के साथ नहीं रहना चाहती थी. इससे परेशान होकर वह नशा करने का आदि हो गया था.

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