यह डिप्रशेन का सबसे बड़ा कारण है. कहा, इस वक्त महिलाओं के ऊपर दायित्व बढ़ा है. इसके लिए सकारात्मक खबरों को पढ़ने की जरूरत है. डॉ गौरव कुमार ने छात्राओं को सलाह दी कि वे समय-समय पर डॉक्टरों से सलाह लें. मौजूदा दौर में जिस तरह से रहन-सहन में परिवर्तन हो रहा है, उससे लोगों के बीच दूरियां बढ़ती जा रही हैं. इसका एक ही उपाय है कि परिवार में हर छोटी-छोटी बात अपनों के बीच शेयर करें. कहा, आज युवाओं में भूलने की बीमारी सबसे ज्यादा हो रही है.
इसका कारण खान-पान भी है. इसलिए इसमें भी बदलाव लाएं और शारीरिक व मानसिक रूप से खुद को मजबूत करने के लिए नियमित योग करें. डॉ स्मिता तिवारी ने कहा कि अगर समस्या बड़ी है, तो उसका समाधान बातचीत कर निकालें. कार्यक्रम में छात्राओं के अलावा कॉलेज की शिक्षिकाएं भी मौजूद थीं. कार्यक्रम का संचालन डॉ शकील अलीम ने किया.