युनूस की संपत्ति की होगी जांच, जरूरत पर टूटेगा ताला

मुजफ्फरपुर : आय से अधिक संपत्ति के मामले में दोषी सकरा निवासी परिवहन विभाग के बरखास्त मोबाइल दारोगा मो युनूस के संपत्तियों की नये सिरे से जांच होगी. इस बार जरूरत पड़ने पर उनके घर व संस्थानों का ताला भी तोड़ा जायेगा. विशेष निगरानी न्यायालय के न्यायाधीश ने डीएम धर्मेंद्र सिंह को इसके लिए सक्षम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 2, 2016 6:26 AM

मुजफ्फरपुर : आय से अधिक संपत्ति के मामले में दोषी सकरा निवासी परिवहन विभाग के बरखास्त मोबाइल दारोगा मो युनूस के संपत्तियों की नये सिरे से जांच होगी. इस बार जरूरत पड़ने पर उनके घर व संस्थानों का ताला भी तोड़ा जायेगा. विशेष निगरानी न्यायालय के न्यायाधीश ने डीएम धर्मेंद्र सिंह को इसके लिए सक्षम मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति का निर्देश दिया है. बीते माह की शुरुआत में भी मो युनूस की संपत्ति की जांच के लिए आर्थिक अपराध इकाई की टीम यहां आयी थी.

लेकिन घर व संस्थानों में ताला जड़े होने के कारण टीम जांच नहीं कर सकी. जिला प्रशासन की ओर से प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट को उस समय ताला तोड़ कर जांच का सुझाव दिया गया था, लेकिन उन्होंने इससे इनकार कर दिया था. उनका कहना था कि उनकी प्रतिनियुक्ति सर्च टीम को गार्ड करने के लिए हुई है. ताला तोड़ कर वे पार्टी नहीं बनना चाहते हैं. मामले के अनुसंधानक पुलिस इंस्पेक्टर प्रभात भूषण

श्रीवास्तव ने इसकी शिकायत विशेष निगरानी न्यायाधीश से की थी. न्यायाधीश ने क्रिमनल पिनल कोड की धाराओं का जिक्र करते हुए आदेश जारी किया था कि यदि अभियुक्त जांच टीम को सहयोग नहीं करती है, तो ताला तोड़ कर जांच किया जा सकता है. गौरतलब है कि 19 फरवरी 2013 को निगरानी विभाग ने मो युनूस के कई ठिकानों पर छापेमारी कर 40 लाख रुपये के अलावा 40 से ऊपर बड़े वाहन व दूसरी संपत्ति का भी पता लगाया था. आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में युनूस को जेल भी भेजा गया था. परिवहन विभाग ने भी आरोप साबित होने के बाद उन्हें मोबाइल दारोगा के पद से बरखास्त कर दिया था. युनूस के पास सिनेमा हॉल, टीचर ट्रेनिंग कॉलेज सहित कई अचल संपत्तियां हैं.

पिछली बार मजिस्ट्रेट
ने ताला तोड़ने से किया था इनकार
आइओ ने विशेष निगरानी न्यायाधीश से की थी शिकायत
21.52 करोड़ से बनेगा आधुनिक प्रशिक्षण केंद्र
जानकारी Â चार माह पूर्व कमांडेंट ने महासमादेष्टा को भेजा था पत्र, कार्यालय, प्रशिक्षण केंद्र व बैरक का होगा निर्माण
जिला होमगार्ड प्रशिक्षण केंद्र का कायाकल्प होगा. इसके लिये बिहार सरकार से हरी झंडी मिल गयी है. इसमें पुरुष व महिला गृहरक्षकों के बैरक को आधुनिक रूप से तैयार किया जायेगा. इसके लिये पूर्व कमांडेंट महासमादेष्टा ने पत्र भेजा था.
जिला होमगार्ड कार्यालय अब आधुनिक सुख सुविधाओं से लैस होगा,
इसके कायाकल्प के लिये बिहार सरकार ने 21 करोड़ 52 लाख की मंजूरी दे दी है. इसके अंतर्गत होमगार्ड कार्यालय, प्रशिक्षण केंद्र, पुरुष व महिला गृहरक्षकों का बैरक को आधुनिक तरीके से तैयार किया जायेगा. सभी भवनों के निर्माण की जिम्मेवारी पुलिस भवन निर्माता निगम के द्वारा किया जायेगा. इसके लिये जिला होमगार्ड से भेजे गये आर्किटेक्चरल नक्शा और मैप भी पास हो गया है. इसका निर्माण कार्य इसी वित्तीय वर्ष में शुरू किया जायेगा़
चार माह पूर्व भेजा गया था प्रपोजल : जिला कार्यालय से चार माह पूर्व होमगार्ड कमांडेंट अखिलेश ठाकुर ने आधुनिक प्रशिक्षण केंद्र का प्रपोजल होमगार्ड के महासमादेष्टा कार्यालय पटना भेजा था. इसके बाद कागजी कार्रवाई पूरी होने के बाद मंजूरी को बिहार सरकार के यहां भेजा गया था़ बीते सप्ताह बिहार सरकार ने इस मंजूरी को स्वीकृति दे दी है.
आधुनिक केंद्र के लिए पांच जिलों ने किया था दावा : आधुनिक होमगार्ड प्रशिक्षण केंद्र के लिये पांच जिलों ने अपना दावा पेश किया था. इनमें भगालपुर, गया, वैशाली, छपरा और मुजफ्फरपुर शामिल था़ सभी जिलों से भेजी गयीं रिपोर्ट को सघनता से जांच करने के बाद सरकार ने मुजफ्फरपुर होमगार्ड केंद्र को आधुनिक होमगार्ड केंद्र बनाने पर मुहर लगा दी है. इसके लिए 21 करोड़ 52 लाख रुपये आवंटित किया गया है़
जिला होमगार्ड कार्यालय अब आधुनिक सुख सुविधाओं से लैस होगा, इसके कायाकल्प के लिये बिहार सरकार ने 21 करोड़ 52 लाख की मंजूरी दे दी है. इसके अंतर्गत होमगार्ड कार्यालय, प्रशिक्षण केंद्र, पुरुष व महिला गृहरक्षकों का बैरक को आधुनिक तरीके से तैयार किया जायेगा. सभी भवनों के निर्माण की जिम्मेवारी पुलिस भवन निर्माता निगम के द्वारा किया जायेगा. इसके लिये जिला होमगार्ड से भेजे गये आर्किटेक्चरल नक्शा और मैप भी पास हो गया है. इसका निर्माण कार्य इसी वित्तीय वर्ष में शुरू किया जायेगा़
चार माह पूर्व भेजा गया था प्रपोजल : जिला कार्यालय से चार माह पूर्व होमगार्ड कमांडेंट अखिलेश ठाकुर ने आधुनिक प्रशिक्षण केंद्र का प्रपोजल होमगार्ड के महासमादेष्टा कार्यालय पटना भेजा था. इसके बाद कागजी कार्रवाई पूरी होने के बाद मंजूरी को बिहार सरकार के यहां भेजा गया था़ बीते सप्ताह बिहार सरकार ने इस मंजूरी को स्वीकृति दे दी है.
आधुनिक केंद्र के लिए पांच जिलों ने किया था दावा : आधुनिक होमगार्ड प्रशिक्षण केंद्र के लिये पांच जिलों ने अपना दावा पेश किया था. इनमें भगालपुर, गया, वैशाली, छपरा और मुजफ्फरपुर शामिल था़ सभी जिलों से भेजी गयीं रिपोर्ट को सघनता से जांच करने के बाद सरकार ने मुजफ्फरपुर होमगार्ड केंद्र को आधुनिक होमगार्ड केंद्र बनाने पर मुहर लगा दी है. इसके लिए 21 करोड़ 52 लाख रुपये आवंटित किया गया है़
बिहार सरकार ने जिला होमगार्ड प्रशिक्षण केंद्र के कायाकल्प करने की दी मंजूरी
बिहटा के बाद दूसरा हाइटेक होमगार्ड प्रशिक्षण केंद्र होगा मुजफ्फरपुर
बिहार सरकार से मुजफ्फरपुर होमगार्ड कार्यालय को हाइटेक बनाने की स्वीकृति मिलते ही यह राज्य का दूसरा से सुस्सजित केंद्र हो जायेगा़ यहां के जवानों को होमगार्ड कम्युनिटिंग, पुलिस और आपदा प्रबंधन की विशेष ट्रेनिंग दी जायेगी़ यहां का कार्यालय वाइफाइ से लैस होगा़ वहीं पुरुष गृहरक्षक जवानों के लिए 150 और महिला जवानों के लिये 50 स्पेशल बैरक का निर्माण किया जायेगा़
बिहटा के बाद दूसरा हाइटेक होमगार्ड प्रशिक्षण केंद्र होगा मुजफ्फरपुर
बिहार सरकार से मुजफ्फरपुर होमगार्ड कार्यालय को हाइटेक बनाने की स्वीकृति मिलते ही यह राज्य का दूसरा से सुस्सजित केंद्र हो जायेगा़ यहां के जवानों को होमगार्ड कम्युनिटिंग, पुलिस और आपदा प्रबंधन की विशेष ट्रेनिंग दी जायेगी़ यहां का कार्यालय वाइफाइ से लैस होगा़ वहीं पुरुष गृहरक्षक जवानों के लिए 150 और महिला जवानों के लिये 50 स्पेशल बैरक का निर्माण किया जायेगा़
आधुनिक प्रशिक्षण केंद्र से होगी बेहतर पुलिसिंग
होमगार्ड कमांडेंट अखिलेश ठाकुर ने बताया कि बिहार सरकार से जिले को हाइटेक प्रशिक्षण केंद्र बनाने की मंजूरी मिलने के बाद से अब शहर में बेहतर पुलिसिंग देखने को मिलेगी़ जिले में होमगार्ड प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना 1971 में हुई थी. इसके बाद से होमगार्ड जवान सीमित संसाधन में ट्रेनिंग कर कार्य करते थे़ न रहने के लिये कोई बैरक और न ही शारीरिक मापदंड को पूरा करने के लिये कोई मैदान. अब केंद्र हो हाइटेक होने के बाद जवान को पूरी तरह से शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार किया जायेगा. इससे शहर में बेहतर पुलिसिंग देखने को मिलेगी़

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