हंगामा: डॉक्टर के नहीं रहने पर परिजन भड़के, मरीज को कुछ हुआ तो सबको देख लेंगे

मुजफ्फरपुर: सदर अस्पताल में सोमवार की रात महिला वार्ड में डॉक्टर के ड्यूटी पर नहीं होने पर मरीजों ने जम कर हंगामा किया. यहां तक की ड्यूटी पर तैनात एएनएम को देख लेने की धमकी भी दी गयी. परिजनों के गुस्से को देखते हुए ड्यूटी पर मौजूद चारों एएनएम काम छोड़ कर इमरजेंसी में आ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 6, 2016 1:57 AM
मुजफ्फरपुर: सदर अस्पताल में सोमवार की रात महिला वार्ड में डॉक्टर के ड्यूटी पर नहीं होने पर मरीजों ने जम कर हंगामा किया. यहां तक की ड्यूटी पर तैनात एएनएम को देख लेने की धमकी भी दी गयी. परिजनों के गुस्से को देखते हुए ड्यूटी पर मौजूद चारों एएनएम काम छोड़ कर इमरजेंसी में आ गयी. फिर उनलोगों ने फोन कर चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी संघ के सचिव विपिन कुमार को बुलाया. एएनएम के कहने पर इमरजेंसी में मौजूद डॉक्टर एके कादरी ने महिला वार्ड में जाकर मरीज को देखा व स्स्थिति खराब होने के कारण उसे एसकेएमसीएच रेफर कर दिया गया.
प्रसूता की बिगड़ी स्थिति, नहीं थे डॉक्टर
यहां गोरौल की लाडली देवी को डिलवेरी के लिए 11 बजे भरती किया गया था. उस वक्त ड्यूटी पर मौजूद मीना मिश्रा ने उसका इलाज किया. लेकिन प्रसव लायक स्थिति नहीं होने के कारण उसे लेबर रूम में रखा गया था. रात्रि 8 बजे मीना मिश्रा चली गयीं. रात्रिकालीन ड्यूटी डॉ सुभद्रा कुमारी का था. लेकिन वे नहीं आयी. रात्रि नौ बजे प्रसूता की स्थिति बिगड़ने लगी. मरीज के परिजन एएनएम पर लगातार डॉक्टर को बुलाने पर दबाव डाल रहे थे. एक एएनएम दौड़ कर महिला वार्ड से इमरजेंसी पहुंंची. यहां मौजूद डॉ एके कादरी को महिला वार्ड में ले गयीं. उन्होंने मरीज को रेफर कर दिया. तब तक प्रसूता लाडली की स्थिति बिगड़ गयी थी. मरीज की हालत देख परिजन काफी आक्रोशित हो गये. एएनएम ने बताया कि जाते हुए सभी ने कहा है कि मरीज को कुछ हुआ तो सबको देख लेंगे.
धमकी से डरी हुई एएनएम ने रात्रि 9 बजे के बाद काम बंद कर दिया. सभी का कहना था कि हमलोगों के साथ कुछ हुआ तो कौन देखेगा. यहां डॉक्टर आते नहीं हैं, हमलोग डॉक्टर तो नहीं हैं, जो इलाज करेंगे.
सीएस को दी गयी जानकारी, नहीं आये डॉक्टर. घटना की जानकारी मिलने के बाद सिविल सर्जन डॉ ललिता सिंह ने तात्कालिक व्यवस्था नहीं की. इस बाबत उन्हें जब फोन कर बताया गया तो उन्होंने कहा कि ठीक है देखते हैं. लेकिन घटना के दो घंटे के बाद भी महिला वार्ड में किसी स्त्री रोग विशेषज्ञ को नहीं भेजा गया. रात पौने 11 बजे सीएस पहुंची. एएनएम ने उन्हें आवेदन िदया कि वे प्रसव करायेंगी, लेिकन किसी तरह की जवाबदेही उनकी नहीं होगी. सीएस के निर्देश पर डीएस ने इसकी अनुमति दी.

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