लीची को नुकसान, निकल रही कमजोर कोपल

मॉनसून की बेरुखी. लीची में डाली गयी जैविक खाद व मसाला पानी के बिना बेकार नमी की वजह से कमजोर निकल रही कोपल को देख किसान अभी से सकते में हैं. कृषि वैज्ञानिकों के मुताबिक अक्टूबर-नवंबर की बारिश से घट जाता है लीची का उत्पादन मुजफ्फरपुर : मॉनसून की बेरुखी खरीफ फसल के साथ लीची […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 7, 2016 6:14 AM

मॉनसून की बेरुखी. लीची में डाली गयी जैविक खाद व मसाला पानी के बिना बेकार

नमी की वजह से कमजोर निकल रही कोपल को देख किसान अभी से सकते में हैं. कृषि वैज्ञानिकों के मुताबिक अक्टूबर-नवंबर की बारिश से घट जाता है लीची का उत्पादन
मुजफ्फरपुर : मॉनसून की बेरुखी खरीफ फसल के साथ लीची बाग के लिए भी भारी पड़ रहा है. बारिश नहीं होने से लीची के बाग में धूल उड़ रहे हैं. नमी की वजह से कमजोर निकल रही कोपल को देख किसान अभी से सकते में हैं. किसानों के अनुसार अगले सीजन में लीची के फलन के लिए यह अच्छा संकेत नहीं है. दरअसल, लीची के तुड़ाई के बाद बाग में डाले गये खाद व मसाला बारिश नहीं होने से जमीन में घुल नहीं पाया. इसके कारण लीची की कोपल कमजोर निकली है. लीची किसान मुरलीधर शर्मा बताते हैं कि अगस्त महीने निकली कोपल में ही फरवरी में बेहतर मंजर लगता है.
कोपल कमजोर, मतलब फलन भी कम : कोपल कमजोर निकलने का मतलब है फलन भी कम होगा. अक्तूबर-नवंबर महीने में बारिश होने से भी पेड़ में नये कोपल निकलते हैं. लेकिन यह फलन के लिए अच्छा नहीं होता है. वैसे किसान जो लीची में खाद नहीं डाल पाये हैं, उनके बगीचे में तो कोपल भी नहीं निकली है. कोपल तैयार होने के ऐन समय में बारिश नहीं होने से लीची उत्पादन को
झटका लग सकता है. कांटी सहबाजपुर के युवा किसान बबलू कुमार का भी कहना है कि जुलाई-अगस्त में बारिश नहीं होने से लीची उत्पादन प्रभावित होता है.
औसत से काफी कम बारिश से लीची किसानों की बढ़ी चिंता
पांच प्रखंडों में 50 प्रतिशत जमीन पर लीची
विश्व स्तर पर स्वाद के लिए चर्चित शाही लीची वैसे तो कमोबेश जिले के हर कोने में हाेता है, लेकिन जिले के छह प्रखंड मुशहरी, बोचहां, मीनापुर, कांटी, कुढ़नी व मोतीपुर में सबसे अधिक लीची के बाग हैं. करीब 50 प्रतिशत कृषि योग्य भूमि में लीची के बाग लगे हैं. जिले से प्रत्येक साल औसतन 1.5 लाख टन लीची का उत्पादन होता है. उत्तर बिहार की बात करें तो मुजफ्फरपुर, वैशाली व समस्तीपुर लीची उत्पादन का गढ़ माना जाता है.
पिछले तीन माह में बारिश
माह सामान्य वास्तविक
जून 164.1 54.1
जुलाई 304.8 227.3
अगस्त 292.7 61.4

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