बाजारवाद ने हवा को भी बेच डाला

मुजफ्फरपुर : गांधी शांति प्रतिष्ठान की ओर रविवार को अघोरिया बाजार स्थित विश्व विभूति पुस्तकालय में पानी का बाजारीकरण विषय पर कार्यक्रम हुआ. कार्यक्रम की अध्यक्षता लक्षणदेव प्रसाद सिंह ने की. उन्होंने कहा, बाजारवाद ने हवा, धरती, आकाश व पताल तक को बेच दिया. पानी को बाजार के हवाले कर देने में सरकार की अहम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 3, 2014 5:49 AM

मुजफ्फरपुर : गांधी शांति प्रतिष्ठान की ओर रविवार को अघोरिया बाजार स्थित विश्व विभूति पुस्तकालय में पानी का बाजारीकरण विषय पर कार्यक्रम हुआ. कार्यक्रम की अध्यक्षता लक्षणदेव प्रसाद सिंह ने की. उन्होंने कहा, बाजारवाद ने हवा, धरती, आकाश व पताल तक को बेच दिया. पानी को बाजार के हवाले कर देने में सरकार की अहम भूमिका है.

मुख्य वक्ता अनिल प्रकाश ने कहा कि गांव व शहरों को बचाने का वक्त आ गया है. इसे बचाने से ही जल स्नेत बेहतर होगा. सूबे की सरकार को गांव व शहरों में जल संचय पर कार्य करने की जरूरत है. बड़ी खेद की बात है कि राष्ट्रीय व क्षेत्रीय दलों के पास जल प्रबंधन की कोई योजना नहीं है. कार्यक्रम का संचालन प्रो. विकास नारायण उपाध्याय ने किया.

विषय प्रवेश डॉ अरुण कुमार सिंह ने कराया. मौके पर प्रमोद कुमार, ललितेश्वर मिश्र, अरविंद वरुण, डॉ हेमनारायण विश्वकर्मा, भारत भूषण, डॉ श्याम कल्याण पासवान, कृष्ण कुमार साहू, डॉ देवचंद्र तिवारी, श्रीकांत ठाकुर, विकास कुमार रंजन, रणजीत कुमार, राधे श्याम सिंह, कल्याण गौतम, मो. शम्स तबरेज, जयंत कुमार, कासिफ, संजीत कुमार झा, मो. जफर, विनय कुमार मौजूद थे.

Next Article

Exit mobile version