मुजफ्फरपुर : बिहार में मुजफ्फरपुर सेंट्रल स्कूल के बारहवीं के छात्र की बंद कमरे में पिटायी का वीडियो वायरल होने के करीब एक माह बाद एसएसपी के निर्देश पर प्राचार्य राजीव रंजन ने काजीमोहम्मदपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. इसमें स्कूल के ही दो सगे भाइयों को आरोपित किया है. प्राथमिकी में कहा गया है आरोपित दोनों छात्र ने कुछ साथियों के साथ मिलकर सात सितंबर को 12वीं के छात्र को बंद कमरे में मारा-पीटा.
इसमामले पर एक न्यूज चैनल से खास बातचीत में मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि
विद्यालय कमिश्नर को जांच के आदेश दियेगये हैं. दोषी लड़कों को स्कूल से निष्काषित किया जा सकता है. स्कूल प्रबंधन की लापरवाही की बात सामने आने पर उसपर कार्रवाई होगी.
इसका वीडियो आठ सितंबर को स्कूल के क्रीड़ा शिक्षक गणेश कुमार ने उन्हें दिखाया. इस पर संज्ञान लेते हुए विद्यालय की ओर से दोनों आरोपितों पर कारवाई की गयी. उन्हें दस दिनों के लिये स्कूल से सस्पेंड कर दिया गया. वहीं मामले की जांच के लिये विद्यालय स्तर पर स्पेशल कमेटी का गठन किया गया. दोनों पक्ष के छात्रों के अभिभावकों से संपर्क किया गया. मामले की जांच की गयी लेकिन इसके बाद न तो पीड़ित छात्र और न ही उसके अभिभावक ने इस मामले में स्कूल में कोई शिकायत की. स्कूल की जांच कमेटी व अनुशासन कमेटी के आधार पर दोनों आरोपित छात्रों परिजन को अपने स्तर से पत्र लिखा गया. इसके बाद भी किसी अज्ञात व्यक्ति ने उक्त मारपीट का वीडियो वायरल कर स्कूल काे बदनाम करने की कोशिश की है.
इससे पूर्व बंद कमरे में छात्र की पिटायी मामले को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी विवेक कुमार ने मामले की जांच की जिम्मेवारी नगर डीएसपी आशीष आनंद व काजीमोहम्मदपुर थानाध्यक्ष मिथिलेश झा को दी है. बता दें कि एक सप्ताह पूर्व स्कूल के बंद कमरे में पिटायी करने का वीडियो सोशल साइट्रस पर वायरल हुआ था. उक्त वीडियो के आधार पर पुलिस मामले की जांच में जुट गयी है.