मुजफ्फरपुर : जिला परिवहन कार्यालय के क्लर्क सत्येंद्र सिंह पर जानलेवा हमला हुआ है. उन्हें समाहणालय परिसर में डीआइजी ऑफिस के सामने शुक्रवार की शाम गोली मारी गयी. इसके बाद उन पर चाकू से हमला किया, लेकिन ऐन मौके पर उत्पाद अधीक्षक कुमार अमित वहां पहुंच गये. उनके ललकारने पर अपराधी फरार हो गये. घायल सत्येंद्र को सदर अस्पताल में भरती कराया गया. स्थिति चिंताजनक होने के कारण चिकित्सकों ने उन्हें रेफर कर दिया. सत्येंद्र का इलाज ब्रह्मपुरा स्थित प्रसाद हॉस्पिटल में कराया गया, जहां से उन्हें पटना रेफर कर दिया गया.शाम 6.30 मारी गयी गोली. बाइक सवार अपराधियों ने डीटीओ कार्यालय में
क्लर्क के पद पर कार्यरत सत्येंद्र कुमार स्ंिाह की हत्या की कोशिश की. शुक्रवार की शाम करीब साढ़े छह बजे जैसे ही वे अपने कार्यालय से दाउदपुर कोठी स्थित घर जाने के लिए निकले, डीआइजी कार्यालय के मेन गेट पर पहले से घात लगाये अपराधियों ने उनकी पीठ में गोली मार दी. गोली लगने के बाद उनकी बाइक अनियंत्रित होकर गिर गयी. उनका एक पैर बाइक में फंस गया था और वो सड़क पर गिर गये. इसके बाद अपराधियों ने सत्येंद्र सिंह के सिर पर चाकू से वार करना शुरू किया.
मौके पर पहुंचे सिटी एसपी
डीआइजी कार्यालय के गेट पर डीटीओ ऑफिस के क्लर्क को गोली मारे जाने की सूचना जैसे ही फैली. मौके पर सिटी एसपी आनंद कुमार, नगर डीएसपी आशीष आनंद, डीटीओ आलोक कुमार, एमवीआइ संजय कुमार टाइगर सहित राजनीतिक व सामाजिक कार्यकर्ता पहुंच गये. घायल सत्येंद्र के बेहोश होने से घटना के संबंध में किसी तरह की जानकारी नहीं मिल सकी है, लेकिन पुलिस डीटीओ कार्यालय और मौके पर मौजूद लोगों से अपराधियों के हुलिया के संबंध में जानकारी इकट्ठा कर रही है.
बड़े अधिकारियों के ऑफिस
समाहरणालय का इलाका अतिसुरक्षित स्थान है. वहीं पर सत्येंद्र पर जानलेवा हमला हुआ. जिस जगह पर सत्येंद्र को गोली मारी गयी, वहां डीआइजी ऑफिस तो है ही. उसी के सामने तिरहुत कमिश्नर अतुल प्रसाद का भी ऑफिस भी है. आरटीओ कुमारी पुनीता श्रीवास्तव व एसडीओ पूर्वी सुनील कुमार के कार्यालय का भी पास में ही है.
उत्पाद अधीक्षक ने दिखायी दिलेरी
जब अपराधी सत्येंद्र सिंह पर चाकू से वार कर रहे थे, तभी मौके पर उत्पाद अधीक्षक कुमार अमित पहुंच गये. माजरा समझते उन्हें देर नहीं लगी. उत्पाद अधीक्षक ने अपनी पिस्टल निकाली और अपराधियों को ललकारा, तो वह मौके से भागने लगे. इसके बाद उत्पाद अधीक्षक मौके से गुजर रही फकुली ओपी की पुलिस गाड़ी को रोक उस पर घायल सत्येंद्र को लाद कर सदर अस्पताल ले गये. अस्पताल में चिकित्सकों उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए रेफर कर दिया. इसके बाद उन्हें प्रसाद अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां से भी उन्हें पटना रेफर कर दिया गया.
कार्यालय से भी जुड़े हो सकते हैं तार
क्लर्क सत्येंद्र सिंह को गोली मारी जाने के तार उनके कार्यालय से भी जुड़े हो सकते हैं. बताया जाता है कि डीटीओ कार्यालय में बिचौलिये सक्रिय हैं. इनमें कई अपराधी किस्म के हैं. बताया जाता है कि जब भी कार्यालय में सख्ती बढ़ती है. बिचौलियों की परेशानी बढ़ जाती है.