एनएच किनारे गांवों को निशाना बना रहे डकैत

कांडों के मामलों में पुलिस नहीं कर सकी उद‍्भेदन मुजफ्फरपुर : कुढ़नी थाना अंतर्गत तुर्की आेपी सहित आसपास के क्षेत्रों में डकैतों के चहलकदमी से ग्रामीणों में दहशत है. थाना क्षेत्र के दो गांवों में डेढ़ माह के अंदर डकैती की दो बड़ी वारदात के बाद भी पुलिस उदासीन है. इससे क्षुब्ध ग्रामीण आंदोलन का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 14, 2016 5:40 AM

कांडों के मामलों में पुलिस नहीं कर सकी उद‍्भेदन

मुजफ्फरपुर : कुढ़नी थाना अंतर्गत तुर्की आेपी सहित आसपास के क्षेत्रों में डकैतों के चहलकदमी से ग्रामीणों में दहशत है. थाना क्षेत्र के दो गांवों में डेढ़ माह के अंदर डकैती की दो बड़ी वारदात के बाद भी पुलिस उदासीन है. इससे क्षुब्ध ग्रामीण आंदोलन का मन बनाने लगे हैं.
पहली घटना : 29 सितंबर को कफेन गांव में पॉलिटेक्निक कॉलेज के कर्मचारी मकेश्वर चौधरी के घर पर करीब दो दर्जन डकैतों ने धावा बोल दिया था. विरोध करने पर मकेश्वर चौधरी,
उनकी पत्नी सुशीला देवी, निशांत व सुशांत को घायल कर दस लाख की संपत्ति लूट ली थी.
दूसरी घटना : सात नवंबर को वाजितपुर कोदरिया निवासी वृजमोहन साह के यहां करीब 25 हजार की संपत्ति लूट ली थी.
डेढ़ माह के अंदर तुर्की क्षेत्र में हुई डकैती की दो बड़ी वारदातें
रतजगा कर रहे ग्रामीण
पुलिस की उदासीन रवैये से ग्रामीणों ने अपनी सुरक्षा करने की ठान ली है. डकैतों ने एनएच-77 बाइपास को सुरक्षित स्थान मान कर कांड को अंजाम दे रहे हैं. निर्माणाधीन बाइपास होने के कारण सड़क का इस्तेमाल फिलहाल आसपास के ग्रामीण ही कर रहे हैं. शाम होते ही यहां डकैतों की चहलकदमी शुरू हो जाती है. हालांकि, इसकी जानकारी पुलिस को भी है.
पूर्व में हुई थी शिकायत
पूर्व की घटनाओं के आंकड़े पर गौर करें तो बाइपास के आसपास के गांव मधुबनी, पताही, मधौल, कफेन, वाजितपुर कोदरिया, मथुरापुर आदि कई गांवों में डकैती के प्रमाण मिल जायेंगे. इसके बाद भी पुलिस गश्ती बढ़ाने की जरूरत नहीं समझी.

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