अरबपति-करोड़पति नहीं मिडिल क्लास है परेशान

नोटबंदी. लाइन में खड़े लोगों ने कहा मुजफ्फरपुर : भ्रष्टाचार व कालाधन पर अंकुश लगाने के लिए नोट बंदी का दावा किया जा रहा है. लेकिन सर, यहां तो कोई अरबपति-करोड़पति नहीं दिख रहा. सुबह से ही केवल मिडिल क्लास के लोग लाइन में खड़े हैं. ब्रह्मपुरा स्थित एसबीआइ के एटीएम के बाहर करीब छह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 15, 2016 3:14 AM

नोटबंदी. लाइन में खड़े लोगों ने कहा

मुजफ्फरपुर : भ्रष्टाचार व कालाधन पर अंकुश लगाने के लिए नोट बंदी का दावा किया जा रहा है. लेकिन सर, यहां तो कोई अरबपति-करोड़पति नहीं दिख रहा. सुबह से ही केवल मिडिल क्लास के लोग लाइन में खड़े हैं. ब्रह्मपुरा स्थित एसबीआइ के एटीएम के बाहर करीब छह घंटे से लाइन में खड़े युवक का गुस्सा उसके बोलने के अंदाज से ही झलक रहा था. दो हजार रुपये की उम्मीद में पांच-सात घंटे तक लोग लाइन में लग रहे हैं, जब हाथ में नोट मिलती है तो राहत होती है, लेकिन दुर्भाग्य से पैसा नहीं मिलता तो चेहरा मायूस हो जाता है.
रेडक्रॉस एटीएम के समीप सुबह साढ़े तीन बजे से लाइन में खड़े ताजपुर के चंचल कुमार ने बताया कि जब आये तो कोई नहीं था, गार्ड भी सो रहा था. जगाकर पूछा तो बताया कि आठ बजे तक एटीएम चालू हो जायेगा. दोपहर तक कोई कुछ बताने वाला नहीं है. यहीं पर उनके साथ लाइन में लगे कथैया के ओमप्रकाश का कहना था कि वह भी साढ़े तीन बजे से आये हैं. दोपहर 12 बजे तक पैसे के लिए न तो कोई अरबपति-करोड़पति परेशान दिखा, न ही कोई बड़ा अफसर. कथैया के ही पुरुषोत्तम कुमार का कहना था कि अभी घर का खर्च चलाने के लिए भी पैसा नहीं है. आज भी सुबह से लाइन में लगे हैं. किनारू के रहनेवाले वजैर आलम परिवार के किसी सदस्य को लेकर अस्पताल आये हैं. बताया कि सुबह तीन बजे से ही शहर में घूम रहे थे. चार बजे रेडक्रॉस के पास लाइन देखकर खड़े हो गये. कोई बताने वाला भी नहीं कि कब तक पैसा मिलेगा.
मीनापुर के रहने वाले रवींद्र कुमार सात घंटे से लाइन में लगे थे. बताया कि मां जानकी अस्पताल में मां को भरती कराया हूं. कल से पैसे के लिए परेशान हूं. पैसा कम होने के कारण इलाज भी ढंग से शुरू नहीं हो सका है. मोतीपुर बगही के रहनेवाले मो वाहिद सुबह सात बजे से शहर के कई एटीएम का चक्कर काट रहे थे. सुबह 10 बजे रेडक्रॉस के पास पहुंचे. बताया कि पेट में परेशानी है तो डॉक्टर को दिखाया है. सुबह खाली पेट तीन-चार जांच करवाने हैं. कोई पुरानी नोट नहीं ले रहा, जिसके चलते पैसे के लिए परेशान है.

Next Article

Exit mobile version