विरोध करने पर गोली मार देता था विवेक
मुजफ्फरपुर : सड़क पर घूमते हुए कहीं भी लूटपाट शुरू कर देना और विरोध करने पर गोलीबारी करने में माहिर विवेक उर्फ बंटी उर्फ विक्की ने पुलिस के समक्ष अपने कई अपराधों को स्वीकार लिया है. बस कंपनी के कैशियर संजय व बाइक एजेंसी के कर्मचारी मधुरंजन हत्याकांड में शामिल होने की बात स्वीकारते हुए […]
मुजफ्फरपुर : सड़क पर घूमते हुए कहीं भी लूटपाट शुरू कर देना और विरोध करने पर गोलीबारी करने में माहिर विवेक उर्फ बंटी उर्फ विक्की ने पुलिस के समक्ष अपने कई अपराधों को स्वीकार लिया है. बस कंपनी के कैशियर संजय व बाइक एजेंसी के कर्मचारी मधुरंजन हत्याकांड में शामिल होने की बात स्वीकारते हुए उसने अपने साथियों के नामों का भी खुलासा कर दिया है. पुलिस हाल के दिनों में शहर से लेकर देहाती क्षेत्रों में लूटकांड में शामिल गिरफ्तार 15 अपराधियों की निशानदेही पर करीब आधे दर्जन फरारअपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है.
सात अपराधियों ने दिया था संजय हत्याकांड को अंजाम
सदर थाना के गोबरसही प्रभात नगर में 21 सितंबर को बाइक सवार अपराधियों ने लूट के दौरान बस कंपनी के कैशियर संजय कुमार को गोली मार उसकी हत्या कर दी थी. अपराधियों ने संजय को बचाव में पहुंचे बस चालक मो. फिरोज पर भी गोली बरसा दी. इस घटना में फिरोज बुरी तरह के घायल हो गया. अपराधियों की पूरी करतूत वहां के एक दुकान में लगे सीसीटीवी में कैद हो गया था. घटना के बाद पुलिस छानबीन कर ही रही थी कि शहर में लगातार गोली मार कर राशि लूटने की घटना भी घटित होने लगी.
शहर में बढ़ते लूटकांड के उद्भेदन को लेकर गठित पुलिस टीम सोमवार की रात कुढ़नी के अकराहा पुल के पास स्कार्पियों सवार 9 अपराधियों को गिरफ्तार किया. पुलिस पूछताछ में गिरफ्तार अपराधियों ने संजय हत्याकांड सहित कई लूट कांडों का खुलासा कर दिया. गिरफ्तार अपराधपी विवेक उर्फ बिट्टू उर्फ बंटी ने पुलिस को संजय हत्या कांड में सात अपराधियों के शामिल होने की बात बतायी. साथ ही यह भी बताया कि बाइक पर उसके साथ रोहित व धर्मेंद्र उर्फ मुरब्बा भी बैठे थे. वह स्वयं बाइक चला रहा था, बीच में धर्मेंद्र उर्फ मुरब्बा और और पीछे राेहित था. उसके अन्य सात साथी भी घटना के समय वहां रेकी कर रहें थे. संजय के विरोध करने पर विवेक और रोहित ने उसपर गोली चलाया था. वहीं धर्मेंद्र उर्फ मोरब्बा ने फिरोज पर गोली चला दी थी. गोली लगने पर संजय की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी. वहीं फिरोज घायल हो गया था. घायल होने के बाद भी फिरोज विरोध कर रहा था,इसलिए उसे वहां से फरार होना पड़ा.
बाइक एजेंसी के कर्मचारी पर भी बरसायी थी गोली :
विवेक गिरोह ने ही मीनापुर में बाइक एजेंसी के कर्मचारी मधुरंजन पर गोली चलाकर उसकी हत्या कर दी थी. 22 अक्तूबर को मधुरंजन मीनापुर के मुसाचक होते हुए अपने संबंधी के यहां जा रहा था. इसी बीच उसपर विवेक गिरोह के विवेक उर्फ बिट्टू,धर्मेन्द्र उर्फ मोरब्बा,रंजीत व नवीनकी नजर पड़ी. मधुरंजन के पीठ पर बैग देख विवेक व उसके अपराधी साथियों को उसमें रुपये होने का शक हुआ. उसे रोक कर बैग मांगा. विरोध करने पर गोली चला दी. गोली लगने से घायल मधुरंजन को इलाज के लिए एसकेएमसीएच में भरती कराया गया. इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गयी. गिरफ्तार विवेक को पुलिस ने गल्ला व्यवसायी संतोष हत्याकांड में जेल भेजा था. दो माह पहले जेल से छूटने के बाद वह गिरोह बनाकर लगातार लूट की घटनाओं को अंजाम दे रहा था.
कैशियर संजय पर भी विवेक व रोहित ने ही चलायी थी गोली
सीसीटीवी में भी कैद हुई थी विवेक,धर्मेंद्र उर्फ मोरब्बा और राेहित की तस्वीर
घटनास्थल पर ही हो गयी थी संजय की मौत
बाइक एजेंसी के कर्मचारी की भी लूट के दौरान इन्हीं दोनों अपराधियों ने की थी हत्या