कैशलेस राष्ट्र का निर्माण करें बुजुर्ग : आयुक्त
वरिष्ठ नागरिक समन्वय समिति के तत्वावधान में कार्यशाला आयोजित मुजफ्फरपुर : वरिष्ठ नागरिकों की समस्याओं के प्रति सजग संगठन वरिष्ठ नागरिक समन्वय समिति के तत्वावधान में बुधवार को नया टोला स्थित थियोसफिकल सोसाइजी के सभागार में कैशलेस एवं डिजिटाइजेशन को लेकर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसमें सीनियर सिटीजन्स कौंसिल, वरीय नागरिक सेवा संस्थान, […]
वरिष्ठ नागरिक समन्वय समिति के तत्वावधान में कार्यशाला आयोजित
मुजफ्फरपुर : वरिष्ठ नागरिकों की समस्याओं के प्रति सजग संगठन वरिष्ठ नागरिक समन्वय समिति के तत्वावधान में बुधवार को नया टोला स्थित थियोसफिकल सोसाइजी के सभागार में कैशलेस एवं डिजिटाइजेशन को लेकर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसमें सीनियर सिटीजन्स कौंसिल, वरीय नागरिक सेवा संस्थान, थियोसफिकल सोसाइटी एवं थियोसफिकल आर्डर ऑफ सर्विस के लोग शामिल हुए. उद्घाटन तिरहुत प्रमंडल के आयुक्त अतुल प्रसाद ने किया.
आयुक्त ने वरिष्ठ नागरिकों को समाज व राष्ट्र के विकास के लिए मार्गदर्शक बताया. कहा कि 60 सालों तक कार्य करने के बाद जब रिटायर होते हैं. खाली समय में सेवा के दौरान जो अनुभव प्राप्त होता है. उस अनुभव को पाकर देश तरक्की कर सकता है. उन्होंने वरिष्ठ नागरिकों से सरकार के कार्यों में अपना अनुभव देने का सुझाव दिया. कहा कई राज्यों में वरिष्ठ नागरिक गैर सरकारी संस्था को बेहतर तरीके से चला रहे हैं. समाज में धारणा है कि आइटी के क्षेत्र में युवा वर्ग ही कार्य कर सकते हैं,
लेकिन ऐसी बात नहीं है. वरिष्ठ नागरिक भी आइटी के क्षेत्र में कार्य कर सकते हैं. आयुक्त ने वर्तमान समय में कैशलेस एवं डिजिटाइजेशन को भ्रष्टाचारमुक्त समाज बनाने के लिए आवश्यक बताया. नोटबंदी से उत्पन्न परेशानी के समाधान के लिए पेपरलेस तरीके से आदान-प्रदान पर जोर दिया. एक अंजान व्यक्ति अपने मोबाइल से कैसे रुपयों का ट्रांजेक्शन कर सकता है.
इसके तरीके को भी उन्होंने खुद का अनुभव बांटते हुए बताया. मौके पर डीडीसी अरविंद वर्मा, डीपीआरओ नागेंद्र कुमार गुप्ता, एलडीएम, वाणिज्यकर के उपायुक्त पूर्वी अच्छे लाल प्रसाद के अलावा कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अध्यक्ष बीबी सिन्हा, आरकेपी ठाकुर, एचएल गुप्ता, मोतीलाल छापरिया, सुनील कुमार सिन्हा, वागेश्वरी शरण, डॉ शारदा चरण, सचिव चितरंजन सिन्हा कनक, रामनाथ प्रसाद सिंह, शैलेंद्र कुमार आदि मौजूद थे.
बैंक अधिकारियों ने बताये कैशलेस ट्रांसजेक्शन के टिप्स
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के क्षेत्रीय प्रबंधक नीरज कुमार एवं गौरव कुमार ने प्रोजेक्टर पर कैशलेस एवं डिजिटाइजेशन के तरीके बताये. एसबीआइ के बॉडी एप एवं पेटीएम से भुगतान करने की विधि को भी प्रोजेक्टर के माध्यम से बताया. अधिकारियों ने बताया कि पैसों के लेन देन के लिए अधिकतर कैशलेस ट्रांजेक्शन सिर्फ स्मार्टफोन से ही होती हैं, लेकिन अब साधारण मोबाइल या फीचर फोन से भी पैसों का लेनदेन किया जा सकता है. इसके लिए अनस्ट्रक्चर्ड सप्लीमेंट्री सर्विस डेटा (USSD) एक ऐसा तरीका है.
जिसके लिए फोन में इंटरनेट का होना जरूरी नहीं है. दरअसल USSD वॉयस नेटवर्क पर काम करता है. अगर बात करें बैंक अकाउंट का बैलेंस चेक करने की तो यह इतना साधारण है जितना कि प्रीपेड फोन का बैलेंस चेक करना. वहीं आप साधारण फोन से पैसे भी भेज सकते हैं.
डिजिटाइजेशन को भ्रष्टाचारमुक्त समाज बनाने के लिए बताया आवश्यक कदम
कार्यक्रम का उद्घाटन करते आयुक्त अतुल प्रसाद.
ऐसे कर सकते हैं साधारण फोन से पैसों का लेनदेन
सबसे पहले अपने मोबाइल नंबर को अपने बैंक खाते से लिंक करना होगा. इसके बाद उपयोगकर्ता को अपने फोन से *99# डायल करना होगा. अपने बैंक के शॉर्ट नेम के पहले तीन अक्षर या फिर IFSC के पहले चार अक्षर डालें. उदाहरण के तौर पर अगर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में खाता है तो SBI भेजें. इसमें अकाउंट बैलेंस चेक करने, मनी ट्रांसफर और अन्य कई विकल्प दिखेंगे. अब “Fund Transfer – MMID” या “Fund Transfer – IFSC” का विक्लप चुनें. इसके बाद जिसे भुगतान करना है उसका मोबाइल नंबर और MMID डालें. फिर रकम और अपना MPIN (मोबाइल पीन) डालें. स्पेस छोड़कर खाता नंबर के आखिरी चार अंक डालें.
बुजुर्गों ने दिये सुझाव
कैशलेस भुगतान करने पर दुकानें जो दो प्रतिशत कमीशन चार्ज काटते हैं. उस पर रोक लगायी जाये.
सभी नर्सिंग होम, अपने बिल का भुगतान कार्ड से लें.
कार के सर्विस स्टेशन पर भी बिल का भुगतान कार्ड से लें.