रिमांड होम के बच्चों में फैली चर्म रोग की बीमारी, 77 बच्चे पीड़ित
मुजफ्फरपुर : बालगृह में स्वच्छता की कलई खुल गयी है. साफ-सफाई की हालत यह है कि यहां के दस बच्चों को चर्म रोग हो गया है. इन बच्चों को चर्म रोग से छुटकारा नहीं मिल रहा है. इन बच्चों को सदर अस्पताल में ले जाकर दिखाया गया था, लेकिन दवाओं से उनका मर्ज ठीक नहीं […]
मुजफ्फरपुर : बालगृह में स्वच्छता की कलई खुल गयी है. साफ-सफाई की हालत यह है कि यहां के दस बच्चों को चर्म रोग हो गया है. इन बच्चों को चर्म रोग से छुटकारा नहीं मिल रहा है. इन बच्चों को सदर अस्पताल में ले जाकर दिखाया गया था, लेकिन दवाओं से उनका मर्ज ठीक नहीं हुआ. इसके आगे कोई खास पहल नहीं हुई है. अब परेशानी की बात है कि इन बच्चों के चर्म रोग से पीड़ित होने के कारण यहां रह रहे 77 बच्चों में अन्य को भी इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ गया है. बच्चों को सामूहिक रूप से रखने व उनके कपड़े, तौलिये व साबुन की अलग व्यवस्था नहीं होने से दूसरे भी चर्म रोग की चपेट में आ सकते हैं. सोमवार को इन बच्चों को धूप में सुला कर दवाएं लगायी गयीं. बच्चों का कहना था कि काफी दिनों से शरीर में फुंसी है, उसमें खारिश होती है.
इलाज के बाद भी नहीं ठीक हो रही बीमारी
बाल सुधार गृह में ऐसी सुविधा है कि इसमें स्वच्छ बच्चे को भी चर्म रोग हो सकता है. यहां अलग-अलग बेड नहीं है. सभी बच्चे सामूहिक तौर पर रहते हैं. चर्म रोग के मरीजों को डॉक्टर की सलाह पर विशेष साबुन से नहलाये जाते हैं, लेकिन उनके लिए साबुन भी सामान्य ही था. अलग-अलग साबुन की व्यवस्था नहीं थी. उनके कपड़े को रखने की कोई व्यवस्था नहीं है. तौलिया अलग से नहीं है. ऐसे में यह रोग होना तय है. इन बच्चों के कारण और भी बच्चों में संक्रमण का खतरा बढ़ा गया है. इन्हें संक्रमण से बचाव की कोई व्यवस्था अब तक नहीं की गयी है. कोई गाइड लाइन या सुझाव का नोटिस नहीं था.
बच्चों का इलाज सदर अस्पताल से कराया जा रहा है, लेकिन फायदा नहीं हुआ. दुबारा सीएस को जांच कराने के लिए लिखा गया है. लेप्रोसी मिशन से भी संपर्क कर रहे हैं. सीएस से एक-दो दिनों में जवाब नहीं आता है तो लेप्रोसी मिशन में ले जाकर बच्चों का इलाज करायेंगे.
अविनाश कुमार, बालगृह के सुपरिटेंडेंट