वार्ड आयुक्त दिनेश सहनी ने किया आत्मसमर्पण
मुजफ्फरपुर : कांटी के गोसाई टोला निवासी मनोज सहनी हत्याकांड के मुख्य आरोपित वार्ड आयुक्त दिनेश सहनी उर्फ उमेश सहनी ने आत्मसमर्पण कर िदया है. िदनेश मंगलवार को पश्चिमी डीएसपी अजय कुमार के सामने पेश हो गये. पुलिस ने उसे पूछताछ के बाद जेल भेज दिया. इस हत्याकांड में कांटी थाने के चौकीदार नवल राय, […]
मुजफ्फरपुर : कांटी के गोसाई टोला निवासी मनोज सहनी हत्याकांड के मुख्य आरोपित वार्ड आयुक्त दिनेश सहनी उर्फ उमेश सहनी ने आत्मसमर्पण कर िदया है. िदनेश मंगलवार को पश्चिमी डीएसपी अजय कुमार के सामने पेश हो गये. पुलिस ने उसे पूछताछ के बाद जेल भेज दिया. इस हत्याकांड में कांटी थाने के चौकीदार नवल राय, वार्ड आयुक्त दिनेश सहनी सहित आठ लोगों को नामजद किया गया था. नवल राय को पुलिस पूर्व में ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है.
सरेंडर किये दिनेश सहनी को अनुसंधानक ने हिरासत में लेकर उससे हत्याकांड के संबंध में पूछताछ की गयी . प्रक्रिया पूरी करने के बाद
वार्ड आयुक्त दिनेश
उसे जेल भेज दिया गया.
18 दिन पहले कांटी चौक पर हुई थी हत्या . कांटी सहित इसके आसपास के थाना क्षेत्र में कई आपराधिक कांडों के आरोपित मनोज सहनी की हत्या 26 नवंबर की शाम कांटी चौक पर हुई थी. हमलावरों ने उसे गोलियों से भून दिया था. इस घटना में मनोज की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी थी, जबकि एक दुकानदार अरविंद कुमार गंभीर रूप से घायल हो गया था. इस मामले की प्राथमिकी मनोज सहनी की पत्नी पार्वती देवी के बयान पर दर्ज की गयी थी. चुनावी रंजिश व रंगदारी देने से इनकार करने को लेकर वार्ड आयुक्त दिनेश उर्फ उमेश सहनी, चौकीदार नवल राय, शंभु पासवान, नरेश भगत, मुन्ना सहनी, चौकीदार नवल राय शंकर सहनी, रघुवीर पासवान व लालबाबू सहनी उर्फ कोकरा पर हत्या का आरोप लगाया गया था. पुलिस नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही थी.
मनोज को जिला बदर करने का भेजा गया था प्रस्ताव
कांटी सहित कई थानों में दुष्कर्म, हत्या, जानलेवा हमला सहित कई संगीन मामलों का आरोपित मनोज सहनी का नाम थाने की गुंडा पंजी में भी दर्ज है. उसको जिला बदर करने का भी प्रस्ताव भेजा जा चुका था. पिछले साल 25 अगस्त को तत्कालीन कांटी थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर गणपति ठाकुर उसे जिला बदर करने का प्रस्ताव जिलाधिकारी के पास भेजा था. जिलाधिकारी को भेजे गये पत्र में उन्होंने उस पर कांटी थाने में दर्ज एक दर्जन से भी अधिक कांडों का जिक्र किया था. मनोज पर नगर पंचायत चुनाव में मतदाताओं पर अपने पक्ष में मतदान करने के लिए डराने व धमकाने का भी आरोप लगा था.
राजनाथ सहनी गिरोह के निशाने पर था मनोज
शातिर डकैत राजनाथ सहनी व मनोज के बीच वर्चस्व को लेकर कई बार टकराहट हो चुकी थी. दो वर्ष पहले कांटी क्षेत्र में ही डकैत राजनाथ की हत्या गोली मार कर कर दी गयी थी. उसके हत्याकांड में भी मनोज के हाथ होने का आरोप लगा था. इसके बाद से उसके गिरोह के गुर्गें भी उसके जान के पीछे पड़े थे. हालांकि पुलिस इन सभी बिंदु पर जांच कर रही है.
मनोज सहनी हत्याकांड
पश्चिमी डीएसपी अजय कुमार के कार्यालय पहुंच किया सरेंडर
दिनेश की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार कर रही थी छापेमारी
26 नवंबर को कांटी में हुई थी मनोज सहनी की हत्या
– हत्याकांड में चौकीदार नवल राय सहित आठ लोग थे आरोपित
– नवल राय को गिरफ्तार कर चुकी है पुलिस