सरकारी नीतियों के खिलाफ रेलकर्मियों का प्रतिवाद मार्च

केंद्र की मजदूर विरोधी नीति एवं सातवें वेतन आयोग की विसंगतियों पर आक्रोश मुजफ्फरपुर : ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन मुजफ्फरपुर की दोनों शाखाओं के पदाधिकारियों ने कर्मियों के साथ बुधवार को जंकशन पर एक प्रतिवाद जुलूस निकाला. जुलूस केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों एवं सातवें वेतन आयोग की विसंगतियों को दूर करने को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 15, 2016 3:32 AM

केंद्र की मजदूर विरोधी नीति एवं सातवें वेतन आयोग की विसंगतियों पर आक्रोश

मुजफ्फरपुर : ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन मुजफ्फरपुर की दोनों शाखाओं के पदाधिकारियों ने कर्मियों के साथ बुधवार को जंकशन पर एक प्रतिवाद जुलूस निकाला. जुलूस केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों एवं सातवें वेतन आयोग की विसंगतियों को दूर करने को लेकर थी. इसमें कर्मियों से ओवरटाइम ड्यूटी कराने पर आक्रोश जाहिर किया गया. संघ नेताओं ने कहा कि एक तरफ सरकार सुरक्षित रेल परिचालन की बात कहती है, दूसरी ओर आठ से दस घंटे के बदले 16-20 घंटे तक लगातार ड्यूटी करायी जा रही है. इससे रेलवे का सुरक्षित परिचालन कैसे संभव हो सकता है? प्रतिवाद मार्च का नेतृत्व मंडल मंत्री एससी त्रिवेदी कर रहे थे.
शाखा सचिव वन गोपाल प्रसाद सिंह ने कहा कि कई सेक्शनों में ट्रैक मेंटरनरों द्वारा संरक्षा नियमों की अनदेखी कर कर्मियों से पेट्रोलिंग करायी जा रही है. मानक दूरी 16 किमी के बदले 28 किमी तक कर्मी पेट्रोलिंग करते हैं, जो कर्मचारी एवं रेल हित में नहीं है. प्रतिवाद जुलूस में कौशल किशोर सिंह, रामसुभग सिंह, संजीव कुमार, कृष्ण मोहन सिंह, मृत्युंजय शर्मा, अंजनी कुमार सिंह, मंजीत मोहन, अतुल कुमार झा, विवेकानंद विवेक, अमित कुमार सिंह,आशुतोष कुमार, राजीव कुमार सिंह, दिनेश कुमार, मो अब्दुल कादिर, विजय पांडेय, आलोक शर्मा, सतीश कुमार सिंह आदि शामिल थे.

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